Health Ministery: चीन में इन दिनों बच्चों के अंदर H9N2 (एवियन इन्फ्लूएंजा) वायरस के साथ-साथ माइकोप्लाज्मा निमोनिया (श्वसन संबंधी बीमारी) का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. इस बीच भारत सरकार ने इस बीमारी को लेकर अलर्ट मोड पर आ गई है. वहीं इस मामले को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन(डबल्यूएचओ) ने भी चिंता जताते हुए चीन से संबंधित जानकारी पर रिपोर्ट मांगी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार की तरफ से देश के सभी केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों को पत्र लिखकर अस्पताल की तैयारियों की समीक्षा करने के सख्त निर्देश दिए हैं. वहीं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय चीन में फैली बीमारी के मामलों में बढ़ोत्तरी पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है.
Union Health Ministry decides to proactively review preparedness measures against respiratory illnesses in view of emerging public health situation in China. Advises States/UTs to immediately review public health and hospital preparedness measures. All States/UTs to implement… pic.twitter.com/Q6RNymrmfS
— ANI (@ANI) November 26, 2023
अस्पतालों में इन उपयो को लेकर दिए निर्देश
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने निर्देश में केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों से अपने अस्पताल की तैयारी के उपाय में जैसे कि बेड्स उपलब्धता, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और टीके, चिकित्सा ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, पीपीई आदि की जांच के लिए विशेष तौर पर निर्देश दिए हैं.
आपात स्थिति के लिए भारत तैयार
इससे पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा था कि उत्तरी चीन में बच्चों में H9N2 मामलों के फैलने और सांस लेने संबंधी बीमारियों का खतरा भारत में कम है, लेकिन सरकार हर तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. बच्चों और किशोरों में इस बीमारी के मामलों को लेकर की निगरानी करने की जरूरत है. पत्र में गले के स्वाब के नमूनों को रोगाणुओं के परीक्षण के लिए भेजने की जरूरत पर भी विशेष बल दिया गया है. मंत्रालय के अनुसार अभी किसी भी चेतवानी को कोई भी मामला सामने नहीं आया है.
नहीं आया कोई नया मामला: चीन
चीन ने डबल्यूएचओ को सूचित किया कि अभी मामले को लेकर कोई भी नया रोगाणु सामने नहीं आया है.