INDIA Alliance Protest: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा 146 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्षी गठबंधन INDIA के नेता सड़क पर प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और भी नेताओं के साथ सुबह 11 बजे दिल्ली के जंतर-मंतर पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ ही वो मीडिया को संबोधित भी करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आवाहन किया गया है.
गुरुवार को लगातार चौथे दिन भी सदन से सांसदों के निलंबन का सिलसिला नहीं रुका. कल यानि 21 दिसम्बर को भी लोकसभा से तीन सांसदों को निलंबित किया गया. इसके विरोध में विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ संसद से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला था. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी सांसदों से लोकतान्त्रिक तरीके से व्यवहार करते हुए विरोध करने का आग्रह भी किया.
सांसदों के निलंबन के खिलाफ केंद्र सरकार पर हमलावर मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा सरकार पर लोकतंत्र की अवमानना का आरोप लगते हुए कहा कि "भाजपा को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है" उन्होंने आगे कहा कि "संसद एक बड़ी पंचायत है और अगर हम संसद में नहीं बोलेंगे तो कहाँ बोलेंगे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद में सुरक्षा चूक की इतनी बड़ी घटना पर बयान देने के लिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सदन में नहीं आए".
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने इस मुद्दे पर जितनी बात भी बात की वो बाहर की, उन्हे इस मुद्दे पर सदन के भीतर बात करनी चाहिए थी. प्रधानमंत्री ने ऐसा न करके संसदीय विशेषाधिकार का उल्लंघन किया है.
13 दिसम्बर को संसद में हुए सुरक्षा चूक मामलें में विपक्ष सरकार को लगातार घेर रही है. घटना के बाद से ही विपक्ष की ओर से गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की जा रही है. इसके साथ ही विपक्ष की ओर से सदन में हंगामा भी किया गए. जिसके बाद सबसे पहले 14 दिसम्बर को सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालने के लिए सांसदों को निलंबित किया गया. इसके बाद 18 दिसम्बर से 21 दिसम्बर तक हर दिन सांसदों के निलंबन का सिलसिला जारी रहा. अब तक कूल 146 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है.
भारतीय संसद के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को सस्पेंड किया गया है. गुरुवार को तीन सांसदों के निलंबन के बाद शीतकालीन सत्र के तय समयसीमा से एक दिन पहले ही सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.