India-Tanzania: तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहु हसन 3 दिवसीय राजकीय यात्रा पर बीते दिन राजधानी दिल्ली पहुंचीं. वहीं राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी ये पहली एवं तंजानिया के किसी राष्ट्रपति की आठ वर्ष बाद भारत का दौरा है. जबकि भारत के नजदीक रहे इस अफ्रीकी देश से अब चीन के सैन्य व आर्थिक रिश्ते मजबूत हैं. बता दें कि भारत की निगाह चीन के कब्जे से बहार आने के बाद बेताब तंजानिया संग आर्थिक एवं रक्षा के बीच पहले जैसे नजदीकी संबंध बनाने पर ध्यान केंद्रित है.
तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहु हसन आज राष्ट्रपति भवन पहुंची. जहां उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एवं पीएम नरेंद्र मोदी ने उनका अभिनंदन किया. इस दरमियान तंजानियाई राष्ट्रपति ने बताया कि ‘दोनों देशों के मध्य दशकों से बहुत गहरा संबंध हैं. उनका कहना है कि मैं उम्मीद कर रही हूं कि इस यात्रा से दोनों देशों के मध्य राजनीतिक, आर्थिक विकास के नए आयाम खुल जाएंगे. जबकि मेरा देश उम्मीद कर रहा है कि हमारे पूर्वजों ने जो अच्छे संबंध बनाए हैं, वो आने वाले दशकों तक बना रहेगा.
तंजानिया के विदेश मंत्री जनवरी यूसुफ मकाम्बा ने बताया कि, दोनों देश सहयोग के अन्य भागों में 15 समझौतों पर हस्ताक्षर करने वाले हैं. उनका कहना है कि, हम आने वाले 3 वर्षों में 10 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार करने की सोच रहे हैं. जबकि भारत की ये यात्रा तंजानिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण यात्रा साबित होने वाली है.
1- तंजानिया में फिलहाल बहुत अधिक बहुमूल्य खनिज जैसे कोयला, हीरे, सोने, निक्कल, लोहा अधिक मात्रा में उपस्थित है. इसके अतिरिक्त वहां धरती के अंदर यूरेनियम भी है.
2- वहीं यहां पाए जाने वाले खनिज जैसे, टैन्जनाइट जो आभूषणों को बनाने में मदद करता है, जो केवल तंजानिया में ही पाया जाता है.
3- तंजानिया में गैस के साथ कच्चा तेल अधिक पाई जाती है.