ग्वालियर: भारतीय वायुसेना का एक मिराज-2000 लड़ाकू विमान बृहस्पतिवार को मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस घटना के बाद भारतीय वायुसेना ने त्वरित कार्रवाई की और दोनों पायलटों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.
सूत्रों के मुताबिक, मिराज-2000 विमान एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था, तभी तकनीकी कारणों के चलते यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद वहां त्वरित बचाव कार्य शुरू किया गया, जिसमें स्थानीय अधिकारियों और वायुसेना के कर्मियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया.
वायुसेना के अधिकारी ने जानकारी दी कि दोनों पायलटों को किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं आई और वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं. दुर्घटना के तुरंत बाद, पायलटों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और उन्हें हेलीकॉप्टर के माध्यम से ग्वालियर ले जाया गया। इस घटना के बाद, वायुसेना द्वारा दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है.
भारतीय वायुसेना ने एक बयान जारी कर कहा कि मिराज-2000 लड़ाकू विमान की दुर्घटना पर उच्चस्तरीय जांच की जाएगी. वायुसेना ने यह भी कहा कि वे इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लेते हैं और उनकी पूरी कोशिश होगी कि इस दुर्घटना के कारणों का जल्द से जल्द पता लगाया जाए.
यह घटना एक बार फिर भारतीय वायुसेना की तत्परता और पायलटों की कुशलता को प्रदर्शित करती है, जिन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में भी अपनी जान बचाने में सफलता हासिल की. अब वायुसेना इस दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच करने में जुटी हुई है.
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