Tejas Fighter Jet: हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी थी. प्रधानमंत्री ने इसके बाद इस स्वदेशी विमान की जमकर तारीफ की थी और स्वदेशी क्षमताओं पर भरोसा जताया था. अब प्रधानमंत्री से सराहना मिलने के बाद भारतीय वायुसेना अपने बेड़े में 97 नए तेजस विमान शामिल करने की योजना बना रही है. बता दें कि इससे पहले साल 2021 में भारतीय वायुसेना ने 83 तेजस जेट विमान खरीदने के लिए हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड [एचएएल] के साथ डील की थी. वहीं अब अगर 97 नए लड़ाकू विमान खरीदने की मंजूरी मिल जाती है तो वायुसेना में 180 तेजस विमान शामिल हो जाएंगे.
वायुसेना ने दिया लड़ाकू विमान खरीदने का प्रपोजल
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री द्वारा स्वदेशी क्षमताओं में भरोसा जताने के बाद अब भारतीय वायुसेना ने 97 नए तेजस LCA Mk1A जेट खरीदने के लिए प्रपोजल दिया है. लेकिन अभी इस प्रपोजल पर रक्षा मंत्रालय की ओर से मंजूरी नहीं मिली है. बता दें कि किसी भी तरह के रक्षा खरीद का आखिरी फैसला रक्षा मंत्रालय की रक्षा अधिग्रहण परिषद् ही लेती है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसके अध्यक्ष हैं, जिनके नेतृत्व में 30 नवंबर को रक्षा अधिग्रहण परिषद् की मीटिंग होगी. इसी मीटिंग में तेजस विमान के खरीद से जुड़ा फैसला लिया जाएगा.
साल 2024 तक वायुसेना में शामिल होंगे 83 तेजस
भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही तेजस एमके1 जेट के दो स्क्वाड्रन हैं. फरवरी 2021 में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली सुरक्षा कैबिनेट समिति ने 83 एलसीए एमके1ए वेरिएंट के लिए 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऑर्डर एचएएल को दिया था. अब वायुसेना 97 और नए तेजस खरीदने पर विचार कर रही है. अगर इस डील को भी मंजूरी मिल जाती है तो वायुसेना के पास कूल 130 तेजस लड़ाकू विमान हो जायेंगे. बता दें कि आने वाले समय में तेजस के भारतीय वायुसेना की लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद जताई जा रही है.
हर मौसम में काम कर सकता है तेजस
स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये हल्के वजन का विमान है. जिसकी वजह से ऑपरेशन के दौरान ये काफी मददगार साबित होगा. इसका वजन सिर्फ 6,560 किलोग्राम है. तेजस की बॉडी एल्युमीनियम, लीथियम एलॉय, कार्बन फाइबर कंपोजिट्स और टाइटेनियम एलॉय स्टील से बनाया गया है. तेजस की स्पीड 1.6 मैक है. इसके अलावा इसकी लैंडिंग और टेक ऑफ कम जगह में भी आसानी से की जा सकती है. साथ ही इसमें लगे रडार के कारण यह हवा से हवा और हवा से जमीन में वार करने में कारगर है. इसके साथ ही तेजस लड़ाकू विमान हर तरह के मौसम में ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है.