India Canada Tension: कनाडा के मंदिर में खालिस्तानियों द्वारा किए गए तोड़फोड़ के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव और भी ज्यादा बढ़ गया है. इसे लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बयान दिया है. उन्होंने इस घटना को बेहद चिंताजनक बताया है. इस घटना के दिन जयशंकर ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में आधिकारिक यात्रा पर थे.
इस घटना ने कनाडा और भारत के बीच और सिख अलगाववादियों और भारतीय राजनयिकों के बीच तनाव बढ़ा दिया है. सोशल मीडिया पर इस घटना की वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें टोरंटो के उपनगर ब्रैम्पटन में लोग एक-दूसरे को झंडे से मारते और मुक्का मारते दिखाई दे रहे हैं. हालांकि इस दौरान पुलिस का एक्शन केवल भारतीयों पर देखने मिला.
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा
कनाडा के मंदिर में हुए वारदात को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम कल ब्रैम्पटन, ओंटारियो में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं. साथ ही हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को इस तरह के हमलों से बचाया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें यह भी उम्मीद है कि हिंसा में शामिल लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा. हम कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर गहरी चिंता में हैं.
कनाडाई पुलिस पर आरोप
बता दें कि सोमवार के दिन कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में अचानक खालिस्तानी चरमपंथी पहुंचे और उन्होने तोड़फोड़ शुरू कर दी. इस दौरान उनके हाथ में खालिस्तानी झंडा भी था. इस घटना से आसपास के लोगों में डर का माहौल बन गया. हालांकि इसके बाद सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें कुछ भारतीय वंदे मातरम का नारा लगाते हुए खालिस्तानी झंडे को कुचल रहे थे. इसी दौरान कनाडाई पुलिस ने उनपर एक्शन लेते हुए उनके साथ बदसलूकी की. हालांकि इसी वीडियो के दूसरे साइड में दिख रहा था कि कुछ खालिस्तानी अपने हाथ में अपना झंडा लिया नारेबाजी कर रहे थें लेकिन कनाडा की पुलिस ने उनपर कोई एक्शन नहीं लिया. जिसके बाद सोशल मीडिया पर ट्रूडो सरकार और प्रशासन के उपर पक्षपाती होने का आरोप लगाया. लोगों ने इसका जबाव चुनाव में देने की बात कही.