Indrajit Saroj: समाजवादी पार्टी के सांसद इंद्रजीत सरोज के विवादित बयान ने बवाल मचा दिया है. सपा नेता ने सरकार पर हमला करते हुए कुछ ऐसा कह दिया कि राजनीतिक गलियारे में बयानबाजी तेज हो गई. उन्होंने कहा कि सत्ता की गद्दी को लेने के बाद लोग हेलीकॉप्टर से घूमते हैं और राम नाम का नारा लगाकर जनता को गुमराह करते हैं.
इंद्रजीत सरोज सरकार पर हमला बोलते-बोलते कब धर्म पर आए गए, शायद यह उन्हें भी नहीं पता लगा. उन्होंने कहा कि हमें नकली हिंदू बनाकर हमारे वोट का सौदा किया जाता है. इतना ही नहीं, उन्होंने यह तक कह दिया कि भारत के मंदिर में अगर ताकत होती तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी और मोहम्मद गोरी जैसे लुटेरे इन मंदिरों को नहीं लूट लेते.
सपा सांसद द्वारा यह बयान कौशांबी स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय में दिया गया. 14 अप्रैल को बाबा आंबेडकर की जयंती पर सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बयान दिया. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने बीजेपी, बसपा और यहां तक कि तुलसीदास पर भी निशाना साध दिया. उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि अगर मंदिरों में ताकत होती तो बाबा अपना मंदिर छोड़कर सत्ता के मंदिर में विराजमान नहीं हो जाते और हेलीकॉप्टर से नहीं घूमते. उन्होंने कहा कि राम नाम का नारा लगाने से कुछ नहीं होता है, जय भीम के स्वर को ऊंचा कीजिए तो जीवन में आगे बढ़िएगा.
सांसद के बयानबाजी की हद तो तब हो गई जब खुद को जय भीम का सच्चा अनुयायी बताते हुए तुलसीदास पर निशाना साध दिया. उन्होंने कहा कि बाबा भीमराव के नारों के साथ ही मैं पांच बार विधायक और एक बार मंत्री बना हूं. क्योंकि तुलसीदास तो कहते हैं कि कोई नीच जाति का व्यक्ति अगर पढ़-लिख जाए तो वो सांप के दूध पीने जैसा होता है. उन्होंने हमारे खिलाफ काफी कुछ लिखा, लेकिन अकबर के समय के दौरान मुसलमानों के बारे में कुछ नहीं लिखा. शायद उनकी हिम्मत नहीं पड़ी होगी. वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रयागराज में एक दलित युवक को जिंदा जला दिया गया और मायावती जी उसे देखने भी नहीं पहुंचीं. इसके अलावा उन्होंने करणी सेना पर भी जमकर निशाना साधा है. अब उनके ये सभी बयान तेजी से वायरल हो रहे हैं.