भारतीय रेल वित्त निगम लिमिटेड (आईआरएफसी) का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ दो प्रतिशत बढ़कर 1,631 करोड़ रुपये हो गया. रेल मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण वाली इस गैर-बैंकिंग वित्तीय इकाई (एनबीएफसी) का वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में शुद्ध लाभ 1,599 करोड़ रुपये था.
आईआरएफसी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि कंपनी की कुल आय अक्टूबर-दिसंबर अवधि में बढ़कर 6,766 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में 6,740 करोड़ रुपये थी..समीक्षाधीन अवधि के दौरान मिनी रत्न कंपनी का कुल व्यय सालाना आधार पर 5,141 करोड़ रुपये से मामूली रूप से घटकर 5,136 करोड़ रुपये रह गया.
अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में कंपनी का ‘नेटवर्थ’ बढ़कर 52,046 करोड़ रुपये हो गया.
कंपनी ने कारोबार विस्तार के लिए इस तिमाही में बॉन्ड के जरिये 6,600 करोड़ रुपये जुटाए.
आईआरएफसी, जो रेल मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है, ने इस तिमाही में अच्छा वित्तीय प्रदर्शन किया है. शुद्ध लाभ में यह वृद्धि कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और बेहतर निवेश रणनीतियों का परिणाम है.
आईआरएफसी का प्रदर्शन आगामी तिमाहियों में भी सकारात्मक रहने की संभावना को दर्शाता है. कंपनी ने इस वर्ष के पहले तीन तिमाहियों में अपने निवेशकों के लिए लाभकारी परिणाम प्रदान किए हैं, और आगे भी ऐसे परिणामों की उम्मीद जताई जा रही है. इस वृद्धि से निवेशकों के बीच कंपनी की स्थिरता और दीर्घकालिक संभावनाओं पर विश्वास मजबूत हुआ है.
आईआरएफसी का शुद्ध लाभ बढ़ने से यह साफ प्रतीत होता है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हो रही है. आने वाले समय में इसके और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई जा रही है, जो रेलवे के विकास कार्यों में योगदान दे सकता है
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