ISRO Moon Mission 2023: अब चांद से महज 113 km की दूरी पर हैं चंद्रयान-3, लैंडर विक्रम ने भेजी चंद्रमा की तस्वीरें

ISRO Moon Mission 2023: इसरो ने डीबूस्टिंग कर चंद्रयान की कक्षा घटा दी है. जिसके बाद अब डीबूस्टिंग यानी मिशन का दूसरा ऑपरेशन 20 अगस्त को रात 2 बजे परफॉर्म करेगा. जिसके बाद चंद्रमा से न्यूनतम दूरी 30 किमी और अधिकतम दूरी 100 किलोमीटर रह जाएगी. इसके बाद फिर 23 अगस्त को शाम 5 बजकर […]

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ISRO Moon Mission 2023: इसरो ने डीबूस्टिंग कर चंद्रयान की कक्षा घटा दी है. जिसके बाद अब डीबूस्टिंग यानी मिशन का दूसरा ऑपरेशन 20 अगस्त को रात 2 बजे परफॉर्म करेगा. जिसके बाद चंद्रमा से न्यूनतम दूरी 30 किमी और अधिकतम दूरी 100 किलोमीटर रह जाएगी. इसके बाद फिर 23 अगस्त को शाम 5 बजकर 47 मिनट पर सॉफ्ट लैंडिंग की प्रोसेस की जाएगी.

इसरो ने शेयर की चंद्रयान-3 की जानकारी-

इसरो ( इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन) चंद्रयान-3 मिशन की हर अपडेट अपने ऑफिशियली ट्विटर हैंडल पर शेयर करते रहते है. इसरो ने जानकारी शेयर करते हुए कहा कि, लैंडर मॉड्यूल ( LM) का स्वास्थ्य सामान्य है. LM ने सफलतापूर्वक डीबूस्टिंग ऑपरेशन किया है जिससे इसकी कक्षा 113 किमी x 157 किमी तक कम हो गई. दूसरा डिबॉस्टिंग ऑपरेशन 20 अगस्त 2023 को लगभग 2 बजे के लिए निर्धारित है.

लैंडर ने भेजी चंद्रमा की तस्वीरें-

17 अगस्त यानी बीते दिन चंद्रयान-3 मिशन के प्रोपल्शन मॉड्यूल को लैंडर रोवर से अलग किया गया था. ऑपरेशन के बाद लैंडर ने प्रोपल्शन मॉड्यूल से कहा था- राइड मेट के लिए धन्यवाद.  इस दौरान लैंडर पर लगे कैमरे ने प्रोपल्शन मॉड्यूल की तस्वीर के साथ चंद्रमा की भी तस्वीरें खींची गई थी.

आपको बता दें कि, इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया था कि, चंद्रयान-3 मिशन को इस तरह से बनाया गया है कि अगर सब कुछ फेल भी हो जाए फिर भी लैंडर ( विक्रम) चांद पर लैंड कर जाएगा. सोमनाथ के अनुसार, अगर दोनों इंजन काम करना बंद कर देगा तो भी लैंड करने में सक्षम रहेगा. वहीं चांद पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद ही असली मिशन की शुरुआत होगी.

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