रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की शिक्षा प्रणाली को और अधिक आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. उन्होंने मंगलवार को उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत छह नए पोर्टल लॉन्च किए, जो विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के कार्य संचालन को सुव्यवस्थित और सुगम बनाएंगे.
मुख्यमंत्री सोरेन ने रांची विज्ञान केंद्र में एक नवाचार केंद्र का भी उद्घाटन किया और रांची विश्वविद्यालय परिसर के नए मॉडल का अनावरण किया. इसके साथ ही प्रस्तावित 'साइंस सिटी' का मॉडल भी प्रस्तुत किया गया.
सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “हम उच्च शिक्षा में एक नई दिशा की ओर बढ़ रहे हैं. उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत आने वाले विश्वविद्यालयों समेत सभी विश्वविद्यालयों में कामकाज को आसान बनाने के लिए ऑनलाइन सुविधाएं शुरू की गई हैं.”
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा को ओर बढ़ेंगे हम...
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) February 18, 2025
उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग सहित राज्य के सभी यूनिवर्सिटीज में कार्यो को सुगम बनाने के लिए ऑनलाइन सुविधा की शुरुआत हुई। इसके लिए छह पोर्टल जैसे सीएम फेलोशिप फॉर एक्सीलेंस पोर्टल, पे एंड वेरिफिकेशन सिस्टम पोर्टल, प्राइवेट विवि… pic.twitter.com/L8kSCLa1k5
ये छह पोर्टल विभिन्न शैक्षिक कार्यों को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिनमें वेतन निर्धारण और सत्यापन, शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए सीएम फेलोशिप योजना, प्रशिक्षुता प्रबंधन प्रणाली, निजी विश्वविद्यालय प्रबंधन प्रणाली, अनुदान-वित्त रहित महाविद्यालयों के लिए पोर्टल और शिक्षण प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने रांची विश्वविद्यालय के नए परिसर के मॉडल का भी अनावरण किया, जिसे आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस किया जाएगा.
रांची विश्वविद्यालय का नया परिसर चेदी में 87 एकड़ में बनेगा, और इसकी कुल लागत 1,100 करोड़ रुपये अनुमानित है. इस परिसर में राज्य के 30,000 विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जाएगी, जैसा कि एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है.
इसके अतिरिक्त, रांची स्थित क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र को 'साइंस सिटी' के रूप में उन्नत करने की योजना बनाई गई है. इस परियोजना का अनुमानित बजट 270 करोड़ रुपये है, और इसका निर्माण 25 एकड़ क्षेत्र में होगा. इस परियोजना से रांची में वैज्ञानिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य में शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास होगा.