कर्नाटक BJP प्रमुख ने की बाबरी मस्जिद दंगा मामले में गिरफ्तारी की निंदा, CM सिद्धारमैया ने कार्रवाई का बचाव किया

Karnataka: 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुए दंगों में कथित संलिप्तता के लिए कर्नाटक के हुबली में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी को लेकर कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने राज्य सरकार पर "हिंदू विरोधी" होने का आरोप लगाया है.

Date Updated
फॉलो करें:

Karnataka BJP Chief on Arrest in Babri Masjid Case: 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुए दंगों में कथित संलिप्तता के लिए कर्नाटक के हुबली में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी को लेकर कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने मंगलवार, (2 दिसंबर) को कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर "हिंदू विरोधी" होने का आरोप लगाया है. विजयेंद्र ने कहा, "कर्नाटक सरकार बार-बार साबित कर रही है कि वह एक हिंदू विरोधी सरकार है. उन्होंने 31 साल पुराने मामले को फिर से खोला और हिंदू कार्यकर्ता श्रीकांत पुजारी को गिरफ्तार कर लिया गया, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं."

राज्य की सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोलते हुए बीवाई विजयेंद्र ने कहा, "हम हिंदू विरोधी सरकार और हिंदू विरोधी सीएम के खिलाफ कल पूरे राज्य में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं." इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुए दंगों से जुड़े एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के संबंध में नफरत की राजनीति के विपक्ष के आरोप को खारिज कर दिया था.

'किसी भी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं किया गया है'

बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में गिरफ्तारी पर बोलते हुए सीएम सिद्धारमैया ने पूछा, "गलत काम करने वालों के साथ क्या किया जाना चाहिए? क्या हमें उन्हें छोड़ देना चाहिए?" कोप्पा में बासपुर हवाई अड्डे के दौरे के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हमने पुलिस से पुराने मामलों को निपटाने के लिए कहा है. किसी भी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं किया गया है. हम अदालत के निर्देश के अनुसार आगे बढ़ेंगे."

बता दें कि भाजपा ने 31 साल बाद बाबरी विध्वंस के बाद हुए दंगों में कथित भूमिका के लिए हुबली में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की निंदा की. कर्नाटक राज्य इकाई ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. इस मामले पर पहले बोलते हुए, बीजेपी नेता बीवाई विजयेंद्र ने कहा, "उन्होंने एक राम भक्त को गिरफ्तार किया है जब राज्य और पूरा देश 22 जनवरी का इंतजार कर रहा है. 

विरोध में सिद्धारमैया का पुतला जलाया गया

इस बीच, हुबली में हुई गिरफ्तारी के विरोध में सीएम सिद्धारमैया का पुतला जलाया गया. इस प्रदर्शन का मंचन अयोध्या की तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने किया. अयोध्या तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर ने सिद्धारमैया सरकार को हटाने की मांग की और राज्य में राष्ट्रपति शासन लाने का आग्रह किया.

जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार को तुरंत हटाया जाना चाहिए, अन्यथा अयोध्या के संत कर्नाटक तक मार्च करेंगे."उन्होंने आगे कहा, "1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस में कथित संलिप्तता को लेकर 300 कार सेवकों को झूठा फंसाया जा रहा है."

Subscribe to Our YouTube Channel!

Stay updated with our latest videos. Click the button below to subscribe now!