वायनाड में त्रासदी जैसा माहौल! लैंडस्लाइड में तबाह हुए कई परिवार, लाशें भी नहीं पहचान पा रहें परिवार

Kerala rain: केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड में कई परिवार महज 4 घंटे में तबाह हो गया है. इस सैलाब में जो बैठ उसे उठने तक का मौका नहीं मिला. इस आपदा में मरने वालों की संख्या 156 तक पहुंच गई है. इस बीच मौसम की रंगत को देखते हुए केरल के सात जिलों में स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं.

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Kerala rain: केरल के वायनाड में मंगलवार तड़के पहाड़ से बहकर आए सैलाब ने तबाही मचा दिया है. करीब 22 हजार की आबादी वाले 4 गांव 4 घंटे के अंदर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं. कई परिवार इस सैलाब में बह गए. रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 156 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 100 लोग अभी भी लापता हैं. राहत और बचाव कार्य में भी मुश्किलें आ रही हैं. लाश ढूंढने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. चारों तरफ बर्बादी ने इन गांवों की खूबसूरती को उजाड़ दिया है.

इस बीच मौसम विभाग की चेतावनी के बाद केरल के सात जिलों में स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं. भारी बारिश की आशंका के चलते त्रिशूर, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में स्कूल, कॉलेज और ट्यूशन सेंटर सहित सभी शैक्षणिक संस्थान शुक्रवार, 2 अगस्त को बंद रहेंगे.

केरल में बारिश और वायनाड भूस्खलन अपडेट

1. त्रिशूर कलेक्टर अर्जुन पांडियन ने भारी बारिश, तेज हवाओं और जलभराव के कारण सामान्य जनजीवन को प्रभावित करने के कारण जिले में छुट्टी का आदेश दिया है.

2. अर्जुन पांडियन के अनुसार, जिले में कई स्कूल राहत शिविरों के रूप में काम कर रहे हैं. हालांकि, इन सभी जिलों में परीक्षाएं और साक्षात्कार तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किए जाएंगे.

3. ओनमनोरमा की रिपोर्ट के अनुसार, त्रिशूर में आवासीय विद्यालयों पर भी कक्षाएं संचालित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिला प्राधिकारियों ने घोषणा की है कि इडुक्की और एर्नाकुलम जिलों में राहत शिविरों के रूप में स्थापित स्कूल शुक्रवार को बंद रहेंगे.

4. भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि केरल में 5 अगस्त तक भारी बारिश जारी रहेगी. वायनाड में भारी भूस्खलन के तीन दिन बाद बचाव दल ने ढही हुई इमारतों में फंसे लोगों की तलाश के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा.

5. केरल के राजस्व मंत्री के राजन ने पुष्टि की है कि भूस्खलन में कम से कम 190 लोग मारे गए हैं. अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि कई लोग अभी भी लापता हैं.

6. वायनाड जिला प्रशासन के अनुसार, मृतकों में 27 बच्चे और 76 महिलाएं शामिल हैं. 225 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से अधिकतर मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में हैं.

7. बचाव कार्य को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है उसमें नष्ट हो चुकी सड़कें और पुलों के कारण खतरनाक भूभाग, तथा भारी उपकरणों की कमी शामिल है.

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