पंजाब में आप शासन के तहत खालिस्तानी भावनाएं, कट्टरपंथ बढ़ रहा : कांग्रेस

नयी दिल्ली:  कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के शासन के दौरान खालिस्तानी भावनाएं और कट्टरपंथ को बढ़ावा मिल रहा है. इसके साथ ही उसने शासन के ‘आप’ मॉडल को ‘‘देश को बर्बाद करने’’ वाला करार दिया.

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Courtesy: Social Media

नयी दिल्ली:  कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के शासन के दौरान खालिस्तानी भावनाएं और कट्टरपंथ को बढ़ावा मिल रहा है. इसके साथ ही उसने शासन के ‘आप’ मॉडल को ‘‘देश को बर्बाद करने’’ वाला करार दिया.

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष एवं सांसद अजय माकन ने पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं पूर्व गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि पूरे पंजाब में 11 ग्रेनेड हमले हुए हैं, लेकिन राज्य सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और इन घटनाओं पर मीडिया ने भी बहुत कम ध्यान दिया.

कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि ये ग्रेनेड ऑस्ट्रेलिया निर्मित थे और इसी तरह के ग्रेनेड 2001 के संसद हमले और 2008 के मुंबई हमलों में इस्तेमाल किये गए थे.

रंधावा ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री को पत्र लिखा है और विषय पर तत्काल ध्यान देने का आग्रह किया है.

आप सरकार पर लगाया आरोप

उन्होंने कथित ग्रेनेड हमलों पर कोई टिप्पणी नहीं करने का आप सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘केजरीवाल पंजाब में दिल्ली मॉडल और दिल्ली में पंजाब मॉडल लागू करने का वादा करते हैं. उनका मॉडल देश को बर्बाद करने के अलावा और कुछ नहीं है.’’

रंधावा ने कहा, ‘‘हमारे मुख्यमंत्री (भगवंत मान) कायर हैं. वह खालिस्तानियों के खिलाफ बोल नहीं सकते और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते. केजरीवाल को इन मुद्दों पर जवाब देना चाहिए.’’

संवाददाता सम्मेलन में, कांग्रेस ने पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक केपीएस गिल के बयानों पर आधारित एक ‘पावरप्वाइंट’ प्रस्तुति भी दी, जिसका शीर्षक था ‘‘आप के पाप की कड़ी.’’

पार्टी नेताओं ने बताया कि गिल ने अपने बयान में आगाह किया था कि अगर पंजाब में आप सत्ता में आई तो कट्टरपंथ और फैलेगा.

रंधावा ने ‘स्लाइड शो’ के जरिये, कथित आतंकवादी हमलों की घटनाओं को रेखांकित किया. कांग्रेस के अनुसार, आप सरकार इन हमलों पर कार्रवाई करने में विफल रही.

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 2014 में, प्रतिबंधित संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी.

उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि आप के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और एसएफजे के बीच फोन पर बातचीत हुई थी.

(इस खबर को भारतवर्ष न्यूज की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)

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