Bishnoi Gang: मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) अभी भी भारतीय एजेंसियों के शिकंजे से बाहर है। वहीं, उसका दायां हाथ लॉरेंस बिश्नोई NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) के सामने कई राज़ उगल चुका है, NIA ने कोर्ट में अपनी चार्जशीट में बिश्नोई गैंग और गोल्डी बराड़ के टेरर सिंडिकेट की पूरी काली कुंडली खोलकर रख दी है। इस चार्जशीट में NIA ने ऐसे-ऐसे खुलासे किए हैं, जो आपको दाऊद के ज़माने की याद दिला देंगे।
NIA का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने दाऊद इब्राहिम की तरह ही अपना काला साम्राज्य खड़ा किया है। इन दोनों ने ही छोट-मोटे अपराध से अपने नेटवर्क की शुरुआत की और धीरे-धीरे ड्रग तस्करी, टारगेट किलिंग, फिरौती के ज़रिए D कंपनी की तरह ही अपना एक बड़ा गैंग खड़ा कर लिया है। जिसका कनेक्शन पाकिस्तान में बैठे आंतकियों तक है।
पूरे उत्तर भारत में बिश्नोई गैंग फैला हुआ है और ये कनाडा में बैठा गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के इस ऑपरेट कर रहा है। हालांकि, लॉरेंस बिश्नोई भी इस गैंग को चलाने में अहम भूमिका निभा रहा है। अलग अलग तरीकों से ये नौजवानों को अपनी गैंग में रिक्रूट करते हैं।
वर्तमान में बिश्नोई गैंग बड़ा रूप ले चुका है इसमें 700 से ज्यादा शूटर हैं जिसमें 300 पंजाब से जुड़े हैं। बिश्नोई गैंग ने साल 2020-21 में फिरौती से करोड़ों रुपये कमाए और इन पैसों को हवाला के ज़रिए विदेश भेजा गया। गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई ने मिलकर इस गैंग को हरियाणा, दिल्ली, यूपी, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड तक फैला दिया।
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