India-Russia: दुनिया का हर देश अपने आप को मजबूत दर्शाने की कोशिश में जुटा है. शक्ति प्रदर्शन में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहता है. विश्व में चल रहे माहौल के बीच ऐसा लगता है जैसे कभी भी थर्ड वर्ल्ड वॉर शुरू हो सकता है. इस परिस्थिति में खुद की शक्तियों को प्रदर्शित करने के लिए भारत भी तैयार है. इसी क्रम में भारत ने रूस के साथ एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर समझौता किया है. भारत सरकार द्वारा रूस से एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने का निर्णय लिया गया है.
गोवा में भारत-रूस इंटर गवर्नमेंटल कमिशन सबग्रुप मीटिंग आयोजित किया गया था. जिसमें भारत ने इस समझौते पर सहमति जताई है. यह डील रूस की हथियार एक्सपोर्ट करने वाली कंपनी रोसोबोरान एक्सपोर्ट के साथ की गई है. जिसके तहत रूस और एयर डिफेंस सिस्टम का मैन्युफैक्चरिंग, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और जॉइंट डेवलपमेंट करेंगे.
डिफेंस प्रोडक्शन में भारत आत्मनिर्भर
दुनिया के कई देशों में इस समय जंग जारी है. ऐसे समय में भारत भी अपने डिफेंस सिस्टम को स्ट्रांग करने में जुटा है. अपनी स्थिति को और भी मजबूत करते हुए भारत ने रूस के साथ डिल को पक्का कर लिया है. इस डील के माध्यम से भारत सरकार अपने लक्ष्य मेक इन इंडिया को और भी मजबूती देने की कोशिश में जुटा है. इस इनिशिएटिव के तहत डिफेंस प्रोडक्शन में भारत आत्मनिर्भरता हासिल करने की कोशिश में जुटा है. पांत्सिर एक मोबाइल प्लेटफॉर्म है. जिसे आर्मी बेस और अन्य जगहों को हवाई हमलों से बचाने के लिए तैयार किया गया है.
कैसे काम करेगा डिफेंस सिस्टम
भारत का ये डिफेंस सिस्टम किसी भी एयरक्राफ्ट, ड्रोन और हवाई हमले को हवा में नष्ट करने में पूरी तरह सक्षम है. इसमें लगाया गया एडवांस रडार और ट्रैकिंग सिस्टम की मदद से किसी भी हमले को 36 किलोमीटर की दूरी और 15 किलोमीटर की ऊचाई से ही ट्रैक कर के उसे नष्ट किया जा सकता है. इस पांत्सिर सिस्टम में दो तीस मिमी के तोप और 12 मिसाइलें भी है. जो 20 किलोमीटर तक उड़ कर किसी भी हमले को हवा में रोक सकता है. यह सिस्टम हर तरह के हमले को देश में इंटर करने से रोकेगा. जिससे भारतीय सेना को और भी मजबूती मिलेगी. इसमें इस्तेमाल किया गया हाई टेक्नोलॉजीज देश की स्थित को दुनिया के सामने और भी मजबूत दिखाएगा.