Lok Sabha Elections 2024: पंजाब के लिए सियासत का रास्ता BJP (बीजेपी) पार्टी के लिए आसान नहीं है. क्योंकि इस विधान सभा चुनाव बीजेपी शिरोमणि अकाली दल से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है. वहीं इसके लिए केंद्र की बीजेपी सरकार ने सिखों को लालच देने के लिए कई योजना बनाई. लेकिन इस बार बीजेपी ने पंजाब के किले को भेदने के लिए बड़े दांव चले हैं. क्या सरकार कामयाब हो पाएगी ये एक बड़ा सवाल पैदा होता है.
2019 के सितंबर में केंद्र सरकार ने 312 सिख विदेशी नागरिकों को 35 वर्ष पुरानी ब्लैकलिस्ट से हटा देने का फैसला किया है. जिसमें कई लोग साल 1980 से इस सूची में उपस्थित थे. उस दरमियान पंजाब में उग्रवाद की स्थिति बनी हुई थी. वहीं साल 2019 के नंवबर में प्रधानमंत्री ने करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन भी किया था. इसका मुख्य उद्देश्य सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर स्थित डेरा बाबा नानक की यात्रा की सुविधा देना है.
काली सूची एंव करतारपुर कॉरिडोर की सूची में कटौती सिखों की शुरू से मांग रही है. वहीं बीजेपी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच एक बार फिर से करने का श्रेय लिया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से स्वर्ण मंदिर को वर्ष 2020 के सितंबर में विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम के तहत पंजीकरण प्रदान किया गया है. इसके आधार पर स्वर्ण मंदिर को विदेशी दान हासिल करने की इजाजत दी गई है.
वहीं 2022 के जनवरी में प्रधानमंत्री मोदी ने हर साल 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की थी. वहीं गुरु गोबिंद सिंह के दोनों बेटों की शहादत को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया जाएगा