Ludhiana: आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) प्रमुख मोहन भागवत लुधियाना में नामधारी समुदाय के मुख्यालय भैणी साहिब में सतगुरु प्रताप सिंह एवं माता भूपिंदर कौर की स्मृति में नामधारी मिशन की तरफ से आयोजित धर्मसभा में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि दुनिया के कई देश भारत की तरफ ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि भारत का काम है सबको साथ लेकर चलना, संतुलन बनाए रखना. जिस बात पर ये अपनी सही भूमिका अदा कर रहा है.
भागवत कहते हैं कि समाज को बांट देने वाली ताकतें न सिर्फ देश को अर्थात पूरी दुनिया को हानि पहुंचा रही है, इससे हमें लड़ने की जरूरत है. भारत का काम होना चाहिए पूरी दुनिया को नई राह दिखाना. इसके साथ ही अपनी संस्कृति, विरासत, पहचान, परंपराओं को बढ़ावा देना. आगे कहते हैं कि धर्म का मकसद अर्थ जोड़ना होता है, इसे तोड़ना नहीं. जबकि समाज के अंदर कई बुराइयां पाई जाती है. हमें मिलकर देश की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने की जरूरत है.
वहीं इस दरमियान नामधारी समुदाय के सतगुरु उदय सिंह भी कार्यक्रम में मौजूद थें. आरएसएस प्रमुख कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के मध्य भैणी साहिब पहुंचे जहां सतगुरु उदय सिंह से बंद कमरे में बैठकर बात की. जिसके बाद भागवत ने कीर्तन का भी आनंद लिया. जिसके उपरांत उन्होंने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले कूका आंदोलन की चर्चा की.
जानकारी के मुताबिक भागवत ने अपने दौरे के दरमियान बीजेपी के किसी भी नेताओं से मुलाकात नहीं की. जबकि लुधियाना के सिविल लाइंस नजदीक माधव सदन के अंदर केवल राष्ट्रीय सेवक संघ के अधिकारियों से उनकी मुलाकात हुई.