माघी पूर्णिमा पर महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए विशेष ट्रैफिक और क्राउड मैनेजमेंट योजना तैयार की गई है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्नान करने आने वाले भक्तों की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करना है.
महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी है. बुधवार को इस पर्व के मौके पर करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने की संभावना है. इस भीड़ को देखते हुए श्रद्धालु दो दिन पहले ही प्रयागराज पहुंचने लगे हैं, जिससे महाकुंभ मेला परिसर के साथ-साथ पूरे प्रयागराज और आसपास के जिलों की ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित हो गई है. स्थिति को संभालने के लिए विशेष ट्रैफिक और क्राउड मैनेजमेंट योजना लागू की गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस बार की बढ़ती भीड़ और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
बीते तीन दिनों से प्रयागराज, मिर्जापुर, बनारस, अयोध्या, बांदा, चित्रकूट और आसपास के जिलों में भीषण जाम की स्थिति बनी हुई है. सड़कों पर अपनी गाड़ियों से आ रहे हजारों लोग घंटों तक फंसे रहे. सोशल मीडिया पर इस जाम से संबंधित खबरें तेजी से वायरल होने के बावजूद महाकुंभ के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ में कोई कमी नहीं आई. स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. इस बैठक में उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा, ट्रैफिक व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन पर गहरी चर्चा की और इस पर नियंत्रण पाने के लिए विशेष योजना लागू करने के निर्देश दिए.
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए 1200 अतिरिक्त बसों का संचालन करने का निर्णय लिया है. इस योजना के तहत एसटीएफ चीफ अमिताभ यश और राज्य के 28 PCS अधिकारियों को तत्काल महाकुंभ भेजा गया है, जहां उन्हें विभिन्न महत्वपूर्ण पॉइंट्स पर तैनात किया गया है.
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के अनुसार, इन 1200 बसों को क्षेत्रवार आवंटित किया गया है. उन्होंने बताया कि महाकुंभ में पहले से ही 3050 बसें चल रही हैं, जबकि अतिरिक्त 1200 बसें रिजर्व में रखी गई हैं. इसके अलावा, संगम क्षेत्र में 750 शटल बसों का भी संचालन हो रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.
महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने 25 स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है. रेलवे द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, 12 फरवरी से गोरखपुर-झूसी मेला स्पेशल ट्रेन गोरखपुर से रात 9:30 बजे रवाना होगी. इसके अलावा, झूसी से गोरखपुर के लिए मेला स्पेशल ट्रेन सुबह 7:45 बजे और अन्य स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा.
इन ट्रेनों में शामिल हैं:
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, महाकुंभ यात्रा के लिए अन्य ट्रेनों की समय सारिणी भी जारी की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 36 विभिन्न पार्किंग स्थानों पर व्यवस्था की गई है. जौनपुर की दिशा से आने वाले वाहनों के लिए चीनी मिल पार्किंग, सूरदास पार्किंग गारापुर रोड, समयामाई मंदिर कछार पार्किंग, और बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है. यहां गाड़ियों को पार्क करने के बाद श्रद्धालु पैदल चलते हुए ओल्ड जीटी रोड से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
वहीं, वाराणसी की दिशा से आने वाले वाहन महुआ बाग थाना झूसी पार्किंग, सरस्वती पार्किंग झूसी रेलवे स्टेशन, नागेश्वर मंदिर पार्किंग, ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग, और शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग में खड़े होंगे. यहां से उतरकर लोग पैदल चलते हुए छतनाग मार्ग से मेला क्षेत्र में पहुंचेंगे. इस प्रकार, पार्किंग के उचित प्रबंध के साथ श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा अनुभव सुनिश्चित किया जा रहा है.