अंडरवाटर ड्रोन, AI कैमरे और NSG सुरक्षा के साथ महाकुंभ का आगाज, 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज और उसके आसपास एक मजबूत सुरक्षा ढांचे के निर्माण के निर्देश दिए हैं. इन निर्देशों के तहत पुलिस ने सात प्रमुख मार्गों पर 102 चौकियों के साथ परिपत्र सुरक्षा प्रणाली स्थापित की है.

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Courtesy: Social Media

Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में आज से 12 सालों बाद महाकुंभ फिर से लगा है. सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा में यूपी पुलिस ने खास तैयारी की है. बताया जा रहा है कि 12 सालों पर लग रहे इस महाकुंभ में 45 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. जिसके लिए  व्यापक और अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है. 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज और उसके आसपास एक मजबूत सुरक्षा ढांचे के निर्माण के निर्देश दिए हैं. इन निर्देशों के तहत पुलिस ने सात प्रमुख मार्गों पर 102 चौकियों के साथ परिपत्र सुरक्षा प्रणाली स्थापित की है. इन चौकियों पर वाहनों और व्यक्तियों की गहन जांच की जाएगी.  

सुरक्षा चक्रव्यूह लागू

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कहा कि 40,000 पुलिसकर्मी और साइबर विशेषज्ञ इस आयोजन की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. निगरानी के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) संचालित 2,700 कैमरे और 113 पानी के भीतर ड्रोन तैनात किए गए हैं. इसके अलावा पांच वज्र वाहन, 10 ड्रोन और चार तोड़फोड़ विरोधी टीमें चौबीसों घंटे गश्त करेंगी. महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और मंदिरों की सुरक्षा के लिए अभेद्य सुरक्षा चक्रव्यूह लागू किया गया है. इस बहुस्तरीय सुरक्षा प्रणाली के तहत 71 निरीक्षक, 234 उपनिरीक्षक, 645 कांस्टेबल और 113 होमगार्ड तैनात किए गए हैं. साथ ही राज्य आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के साथ मॉक ड्रिल भी की गई है.  

जलमार्गों की सुरक्षा

एआई-सक्षम कैमरों और पानी के भीतर ड्रोन का उपयोग सुरक्षा के लिए एक नई ऊंचाई को छू रहा है. जलमार्गों की निगरानी और भीड़ प्रबंधन के लिए यह तकनीक अत्यधिक कारगर साबित होगी. हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ संगम, गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी के संगम पर श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है. इस बारआयोजन में सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है.  

महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा. प्रमुख स्नान अनुष्ठान इन तिथियों पर होंगे:  

  • 14 जनवरी: मकर संक्रांति  
  • 29 जनवरी: मौनी अमावस्या  
  • 3 फरवरी: वसंत पंचमी  
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