Maharashtra News: एनसीपी में टूट के बाद पहली बार महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात करने विधान सभा ऑफिस पहुंचे। एनसीपी में टूट के बाद ये दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। बता दें कि महाविकास अघाड़ी की सरकार में जब अजित पवार मंत्री थे तब भी उनके पास वित्त मंत्रालय हुआ करता था। डिप्टी सीएम अजित पवार एकनाथ शिंदे की सरकार में भी वित्त मंत्री हैं।
एनसीपी में टूट के बाद ये उद्धव ठाकरे और अजित पवार की पहली मुलाकात है। इस समय महाराष्ट्र में एनसीपी दो अलग-अलग हिस्सों में बंट चुकी है। अजित पवार ने जब से अपने चाचा शरद पवार से बगावत की है तब से महाराष्ट्र की सियासत गर्म होती दिखाई दे रही है। शिवसेना की बात करें तो एनसीपी में टूट की वजह बीजेपी को बताया जा रहा है। वहीं सोचने वाली बात ये भी है कि उद्धव गुट के नेता अभी तक इस टूट पर किसी तरह की टिप्पणी करते नजर नहीं आए हैं।
एनसीपी में टूट के बाद 2 जुलाई को अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी के नौ विधायकों ने एकनाथ शिंदे की सरकार में जाकर मंत्री पद की शपथ थी। इस तरह के बदलाव ने महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश की राजनीति में उथल पुथल कर दी है। शपथ ग्रहण के ठीक दो हफ्ते बाद अजित पवार ने अपने विधायकों को कई विभागों में बंटवारा कर दिया।
जानकारी दें कि इससे पूर्व अजित पवार और उनके साथ के 15 विधायकों ने 15 जुलाई को मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर के अंदर एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर कहा कि पार्टी एकजुट रहे। वहीं एनसीपी के प्रवक्ताओं का कहना था कि इस तरह की बैठकों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। पार्टी टूटने के बाद विश्वास करना मुश्किल है। अजित पवार के चाचा शरद पवार का कहना है कि वो फिर से अपनी पार्टी को मजबूत करेंगे।