Makhana benefits: आयुर्वेद में सूखे मेवों यानी ड्राइ फ्रूट्स को शरीर को स्वस्थ रखने के लिए काफी कारगर कहा गया है। बादाम, काजू के साथ साथ मखाना भी सेहत को ढेर सारा फायदा पहुंचाता है। मखाना पोषक तत्वों का ऐसा भंडार है जिसके अंदर बच्चों से लेकर वयस्क और बूढ़ों तक के लिए कारगर पोषण पाया जाता है। आपको बता दें कि मखाना कमल के बीज से बनता है औऱ इसे कई तरीकों से खाया जा सकता है। मखाने को कई नामों से पुकारा जाता है, जैसे फॉक्स नट, फूल-मखाना, लोटस सीड और गोर्गन नट आदि। चलिए आज जानते हैं कि मखाने में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं औऱ ये शरीर को किस तरह फायदा करता है।
पोषक तत्वों का भंडार है मखाना
मखाने को पोषक तत्वों का भंडार कहा जाए तो कम नहीं होगा। दरअसल मखाने में फाइबर के साथ साथ भरपूर कैलोरी होती है। सौ ग्राम मखाने की बात करें तो इसमें 10.71 ग्राम फाइबर पाया जाता है जो मखाने को पाचन तंत्र और कोलेस्ट्रोल के लिए शानदार विकल्प बनाता है। इसके साथ साथ मखाने में कार्बोहाइड्रेट के साथ साथ कई तरह के मिनिरल्स जैसे,आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, सोडियम औऱ फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड भी पाए जाते हैं। अपने एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते मखाना त्वचा के लिए भी काफी गुणकारी है, अपने एंटी ट्यूमर प्रभाव है के चलते मखाना पेट और दिमाग के लिए काफा अच्छा माना गया है।
वेट लूज करने में मदद करता है मखाना
जैसा कि आपको पता है कि मखाने में ढेर सारा फाइबर पाया जाता है, इसलिए ये पाचन तंत्र को बेहतर करने के साथ साथ एक्स्ट्रा फैट और कैलोरी बर्न करता है जिससे शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है। एनसीबीआई के लेख के मुताबिक मखाने में पाए जाने वाले एथेनॉल अर्क से बॉडी में फैट सेल्स को कंट्रोल में रखा जा सकता है इससे आप मोटापे से छुटकारा पा सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में खाना चाहिए मखाना
मखाने में खूब सारा आयरन और प्रोटीन पाया जाता है। इसलिए इसके अंदर मौजूद फाइबर और मैग्नीशियम गर्भावस्था के समय में ढेर सारा पोषण देने के साथ साथ डिलीवरी के टाइम पर भी स्मूद डिलीवरी में काफी मदद करते हैं। प्रेग्रेंसी में आई कमजोरी दूर करने के लिए दूध में मखाना डालकर खाने की सलाह दी जाती है। होने वाली मां को मखाना जरूर खाना चाहिए, इससे शरीर को ताकत भी मिलती है और पेट में पल रहे शिशु को भी काफी ताकत मिलती है।
अनिद्रा भगाता है मखाना
जिन लोगों को रात के वक्त नींद नहीं आती है या फिर अनिद्रा की बीमारी से परेशान हैं, ऐसे लोगों को मखाने का सेवन करना चाहिए। ये दिमाग को रिलेक्स करता है और दिमागी तनाव को बढ़ाने वाली कोशिकाओं को भी तनाव मुक्त करके अवसाद कम करने में मदद करता है। इसलिए अच्छी नींद चाहिए तो मखाने का सेवन बेस्ट रहेगा।
एंटी एजिंग है मखाना
कहा जाता है कि मखाने का सेवन करने से उम्र कम दिखने लगती है। दरअसल मखाने के एंटी एजिंग गुण के चलते इसके सेवन से त्वचा कम उम्र की दिखने लगती है। इसके एंटी ऑक्सिडेंट और एंटी एजिंग गुण त्वचा के फ्री रेडिकल्स को कम करके त्वचा को चमकदार और कसावट भरा बनाते हैं। इसके सेवन से फाइन लाइन्स में कमी आती है और झुर्रियां कम होती हैं। इसके साथ साथ मखाने के सेवन से मोटापा घटता है जिससे उम्र पर असर पड़ता है।
हाई बीपी में काफी अच्छा माना जाता है मखाना
हाई बीपी से जूझ रहे हैं तो आपको मखाने का सेवन करना चाहिए। मखाने में पाया जाने वाला एल्कलॉइड हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत को कंट्रोल करने में मददगार साबित होता है। इसके सेवन से हाई बीपी की समस्या पर काबू पाया जा सकता है। आपको बता दें कि हाई बीपी अगर लगातार बना रहता है तो इससे दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।
शुगर में फायदेमंद
मखाने को डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छा कहा गया है। फाइबर से भरा हुआ मखाना शुगर में फायदा करता है, इसमें पाए जाने वाले रेसिस्टेंट स्टार्च में हाइपोग्लाइसेमिक इफेक्ट मौजूद होता है जिससे ब्लड शुगर का लेवल कम करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं मखाने के सेवन से शरीर में इंसुलिन सेंसेटिविटी को नियंत्रित करने में हेल्प मिलती है। इसलिए शुगर के रोगी मखाने का सीमित सेवन करके इसका फायदा उठा सकते हैं।