I.N.D.I.A Allinace: भाजपा को लोकसभा चुनाव में मात देने के लिए बने विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' में अभी तक सीट बटवारें को लेकर बात नहीं बन पाई है. इस बीच आज 13 जनवरी को गठबंधन की ऑनलाइन बैठक हुई. जिसमें सभी विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन के अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का नाम तय कर लिया है. बता दें कि इस ऑनलाइन मीटिंग में कांग्रेस नेता को संयोजक बनाए जाने का प्रस्ताव लाया गया था. इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयोजक बनने से इनकार कर दिया था.
लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ खड़े हुए इस गठबंधन की वर्चुअल बैठक में विपक्षी दलों से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी) के नेता सीताराम येचुरी, तमिलनाडु के सीएम और डीएमके चीफ स्टालिन समेत 14 दलों के नेता शामिल हुए.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विपक्षी दलों की इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री, सपा नेता अखिलेश यादव और शिवसेना ( उद्धव गुट ) चीफ उद्धव ठाकरे शामिल नहीं हुए. बैठक में ना शामिल होने के पीछे की वजह ममता बनर्जी ने बताई की उन्हें बैठक की सूचना बहुत देर से मिली थी. जिस कारण वह बैठक में शामिल नहीं हो सकीं. यह बैठक गठबंधन में सीट शेयरिंग और संयोजक बनाए जाने को लेकर बुलाई गई थी.
बता दें कि इंडिया गठबंधन की पिछली बैठक के दौरान सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद के गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के चेहरे के लिए मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव रखा था. जिसपर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने अपनी सहमति जताई थी. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष इस प्रस्ताव को नकार दिया था. उन्होंने कहा था कि पहले चुनाव जीत लें फिर उसके बाद पीएम पद के लिए उम्मीदवार का चयन करेंगे.
विपक्षी गठबंधन इंडिया की आज की बैठक को मिलाकर अब तक 5 बैठके हो चुकी हैं. पहली बैठक बिहार के पटना में 23 जून को वहीं दूसरी मीटिंग बेंगलुरु में 17 और 18 जुलाई को तीसरी बैठक मुंबई में 31 और 1 सितंबर को हुई थी. और चौथी बैठक दिसंबर में दिल्ली में हुई थी. विपक्षी गठबंधन इंडिया की चौथी मीटिंग के दौरान पीएम चेहरा, सीट शेयरिंग और साझा रैली सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई थी. वहीं आज गठबंधन की पांचवी ऑनलाइन बैठक हुई. बता दें, कि इस गठबंधन में कांग्रेस, टीएमसी, जेडीयू, शरद पवार की एनसीपी और लेफ्ट सहित कई दल इसका हिस्सा है.