कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह महाकुंभ में हुई भगदड़ के दौरान मारे गए लोगों की सही संख्या का खुलासा नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार घटना की गंभीरता को छुपा रही है, जिससे लोगों के बीच भ्रम और चिंता पैदा हो रही है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में राज्य बजट पेश करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में ममता ने महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ पर अपनी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा, "महाकुंभ में इतने लोग मारे गए, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने मौतों का सही आंकड़ा जारी नहीं किया है. इस आयोजन में भारी भीड़ थी, लेकिन वहां कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई थी."
महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 अन्य घायल हुए थे. ममता बनर्जी का कहना था कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मौतों की सही संख्या को छुपाने की कोशिश की जा रही है और यह पूरी घटना प्रशासन की नाकामी को उजागर करती है.
ममता ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह पश्चिम बंगाल की बकाया राशि जारी करने में नाकाम रही है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अपने हक के धन के लिए संघर्ष कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की टिप्पणियों पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. ममता ने कहा, "उनकी टिप्पणियां पक्षपाती और तथ्यों से परे हैं."
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के केंद्रीय बजट पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में सिर्फ वादे किए जाते हैं, लेकिन इन वादों को लागू नहीं किया जाता. इसके विपरीत, बंगाल सरकार अपने राजस्व से धन आवंटित करती है और अपने बजट में जो कहती है, उसे पूरा भी करती है.
पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने 2025-26 के लिए 3.89 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें खासतौर पर सामाजिक कल्याण योजनाओं पर जोर दिया गया है. इस बजट में राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की गई.