Varanasi Navratri 2025: भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में मशहूर वाराणसी इस बार चैत्र नवरात्रि के दौरान एक ऐतिहासिक कदम उठाने जा रहा है. रविवार से शुरू हो रहे इस पावन पर्व के नौ दिनों तक शहर की नगर निगम सीमा के भीतर सभी मांस, मछली और मुर्गे की दुकानें बंद रहेंगी. यह फैसला मेयर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में हुई वाराणसी नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिया गया.
नवरात्रि और ईद एक साथ
इस बार नवरात्रि के दौरान ईद भी पड़ रही है, जो चांद दिखने के आधार पर सोमवार को मनाई जाएगी. इस संयोग को ध्यान में रखते हुए मेयर ने कहा कि नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा. तिवारी ने 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' से कहा कि नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानें बंद रखने के कार्यकारी समिति के प्रस्ताव का सख्ती से पालन कराया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें सोचना चाहिए कि नवरात्रि उनके हिंदू भाइयों के लिए सबसे पवित्र समय है. इसलिए कम से कम नौ दिनों तक ऐसा होना चाहिए. क्या कोई उन्हें 360 दिनों तक रोक रहा है?
धार्मिक परंपरा का सम्मान
महापौर ने जोर देकर कहा कि वाराणसी में रोजाना करीब 2 लाख श्रद्धालु आते हैं और यह शहर अपनी धार्मिक पहचान के लिए मशहूर है. उन्होंने कहा कि परंपरा का पालन किया जाना चाहिए और इसे जबरदस्ती के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. बैठक में कार्यकारी समिति के सदस्य मदन मोहन दुबे ने नवरात्रि के दौरान मांस, मछली और मुर्गे की दुकानें बंद करने का सुझाव दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया.
समिति ने धार्मिक स्थलों और स्कूलों के पास सिगरेट की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया और सिगरेट विक्रेताओं के लिए लाइसेंस शुल्क को मंजूरी दे दी. इस महीने की शुरुआत में नगर निगम ने काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास 26 नॉन-वेज खाने की दुकानों को बंद करने का अभियान चलाया था. यह अभियान नईसड़क और बेनियाबाग जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में भी पहुंचा.