Michaung: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान की वजह से देश के कई भागों में तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. वहीं मौसम विभाग ने 6 से लेकर 7 दिसंबर तक विभिन्न जगहों पर तेज बारिश होने की अशंका जताई है.
वहीं आंध्र प्रदेश राज्य के कई हिस्सों में तबाही ही तबाही देखने को मिल रहा है. शहर की सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है. जबकि नदियां, तालाब, नहरें उफान पर दिख रही हैं. साथ ही हजारों एकड़ में फसलें डूब चुकी हैं. इतना ही नहीं यहां के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के द्वारा तुरंत राहत कार्यों के लिए 22 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं. इतना ही नहीं आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले में 52 पुनर्वास केंद्रों का निर्माण किया गया हैं, जहां 60,000 से अधिक लोग सुरक्षित महसूस कर सकें. जबकि राज्य सरकार की तरफ से 4 लाख टन अनाज को पानी के कहर से बचाने के लिए व्यवस्था की गई है. साथ ही जिले में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है.
चक्रवाती तूफान की तबाही को देखते हुए राहत व बचाव अभियान चलाने के लिए आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना एवं पुडुचेरी में एनडीआरएफ की कुल 29 टीम तैनात कर दी गई हैं. जबकि तमिलनाडु में एनडीआरएफ की 14 टीम , आंध्र प्रदेश में 11, तेलंगाना में एक एवं पुडुचेरी में 3 टीम तैनात हैं. वहीं मिली रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को चेन्नई एवं उसके आसपास होने वाली बारिश ने 12 लोगों की जान ले ली है. साथ ही 11 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. जिन लोगों को अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. इसके बावजूद जलभराव वाले क्षेत्रों में फंसे लोगों की जान बचाने के लिए नौकाओं और ट्रैक्टर की सहायता ली जा रही है.
मौसम विभाग की रिपोर्ट ने बीते दिन यानि मंगलवार को रात 9 बजे के करीब अपने आधिकारिक एक्स पर एक पोस्ट करके बताया कि, गंभीर चक्रवाती तूफान मिचौंग दोपहर 10.30 बजे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदल गया. जबकि 5 दिसंबर की शाम 5.30 बजे यह दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश पर बापटला से करीब 25 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम एवं ओंगोल से 60 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपूर्व में केंद्रित था.
बीते दिन मंगलवार की शाम को आईएमडी ने कहा कि, गंभीर चक्रवाती तूफान के बंगाल की खाड़ी में होने के कारण से उत्तरी तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश व रायलसीमा में बीते 24 घंटे के अंदर भारी बारिश देखने को मिली है. जबकि कुछ स्थानों पर तो भारी बारिश बिल्कुल सबकुछ तबाह करने वाला था.