Mizoram: मिजोरम में विधानसभा चुनाव के नतीजे अब आने लगे हैं, यहां सत्तासीन मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) की सरकार को बड़ा झटका मिलता दिखाई दे रहा है. वहीं एक नई पार्टी राज्य में बंपर जीत की तरफ आगे बढ़ रही है, जेडपीएम जिसने 40 सीटों वाली मिजोरम विधानसभा में रुझानों में 21 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है. जबकि हैरान करने वाली बात है कि, मिजोरम में जिस जेडपीएम को इतना जनसमर्थन मिल रहा है, उसका गठन ही मात्र 4 साल पहले हुआ था.
आपको बता दें कि,पूर्व आईपीएस लालडुहोमा ने जोराम नेशनलिस्ट पार्टी नाम से एक दल गठित किया. जिसके सहारे ही वह राज्य के कोने-कोने में सक्रिय हुए. जबकि दूसरे तरफ राज्य के 5 विभिन्न दलों के साथ लालडुहोमा की पार्टी ने गठबंधन किया है. जिस दौरान वह गठबंधन राजनीतिक पार्टी में बदल गया. जो कि साल 2017 में ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट ( जेडपीएम ) पार्टी के नाम से जाना जाने लगा.
दरअसल मिज़ोरम में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आने वाले जेडपीएम के अध्यक्ष लालडुहोमा मिजोरम के एक पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं. वहीं रिपोर्ट में बताया गया कि, 1972 से 1977 तक लालडुहोमा ने मिजोरम के मुख्यमंत्री के प्रधान सहायक के तौर पर काम किया था. जबकि अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने गोवा में एक स्क्वाड लीडर के रूप में काम किया. इस दौरान उन्होंने तस्करों पर विशेष कर कार्रवाई की, जबकि एक पुलिस अधिकारी के रूप में उनकी उपलब्धियां समाचार पत्रों की हेडलाईन बनने लग गई थी. साथ ही साल 1982 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें अपना सुरक्षा प्रभारी भी नियुक्त किया था. यहां तक की उन्हें पुलिस उपायुक्त के रूप में विशेष पदोन्नति भी मिली थी. इतना ही नहीं राजीव गांधी की अध्यक्षता में वर्ष 1982 एशियाई खेलों की आयोजन समिति के तौर पर भी कार्यरत थे.