UP Hizab Controversy: बुर्के में कैटवॉक मामले पर सपा सांसद पर भड़के मौलाना रजवी, बोले- हिज़ाब को मुद्दा न बनाएं

UP Hizab Controversy: मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मुज़फ्फरनगर में महिलाओं के बुर्के में कैटवाक पर आपत्ति जताने वाले सपा सांसद और जमीयत उलमा-ए-हिंद का विरोध किया है.

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UP Hizab Controversy: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में स्थित श्रीराम कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं ने फैशन शो के दौरान बुर्के में कैटवॉक किया था. जिसका विरोध जमीयत उलमा-ए-हिंद और सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने किया था. वहीं अब इस मामले पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सपा सांसद और जमीयत उलमा-ए-हिंद  को इस मुद्दे पर बेज़ा तमाशा न करने की सलाह दी है. 

हिज़ाब को बहस का मुद्दा न बनाएं 

मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इस मामले पर कहा कि जिन लड़कियों ने हिज़ाब पहन कर कैटवाक किया , उस कार्यक्रम में कोई पुरुष मौजूद नहीं था. वो कार्यक्रम सिर्फ महिलाओं का ही था. इसलिए बच्चियों को रियायत दिए जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हिज़ाब पहन कर स्टेज पर चलना इतना बड़ा गुनाह नहीं है कि इसके लिए उन्हें किसी भी तरह से दण्डित किया जाये. उन्होंने सपा सांसद और जमीयत उलमा-ए-हिंद की तरफ इशारा करते हुए कहा कि हिजाब एक धार्मिक लिबास है और इसलिए हिजाब को बहस का मुद्दा न बनाया जाए. 

बच्चियां शरीयत की ज्ञानी नहीं, इसलिए उन्हें दण्डित नहीं किया जा सकता 

मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने हिज़ाब में कैटवाक करने वाली बच्चियों का बचाव करते हुए कहा कि इस बात पर गंभीरता से सोचना चाहिए कि ये बच्चियां और इनके माता पिता शरीयत का ज्यादा ज्ञान नहीं रखती है. इस स्थिति में  इन बच्चियों के साथ इनके परिवार वालों को समझाने और शरई बात बताने की जरूरत है न कि इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की. उन्होंने लड़कियों के बारे में कहा कि उन्होंने अपना शरीर कायदे से ढक रखा था. उन्होंने आगे कर्नाटक का जिक्र करते हुए कहा कि हिजाब को सियासी मुद्दा न बनाया जाए.  पिछले दिनों भी इसी तरह का  मुद्दा हो चूका है और जिससे सिर्फ बदनामी ही होती है.