Farmers Protest : पंजाब और हरियाणा के किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. वहीं, प्रशासन किसी भी तरह की ढ़िलाई नहीं कर रहा हैं. इसी के साथ पंजाब-हरियाणा से लेकर और दिल्ली-यूपी तक हाईअलर्ट जारी कर दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से एकजुट होने का आह्वान किया है. साथ ही भारत बंद का भी एलान किया है.
चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी से निगरानी
दिल्ली से लगे सभी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पंजाब, हरियाणा बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जगह-जगह नजर बनाए रखने के लिए पुलिस सीसीटीवी लगवा रही है. जिससे किसानों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके. किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम न दिया जा सकें. शंभू बॉर्डर पर भी सीसीटीवी कैमरे लगवाकर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यहां से पंजाब वाले हिस्से की हलचल पर नजर रखी जा सकती है. वहीं, एसपी अंबाला जशनदीप सिंह रंधावा ने कई दफा किसानों की हलचल को सीसीटीवी के माध्यम से कंप्यूटर पर देखा है. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस बराबर से नजर बनाए हुए है, कई बार किसानों को पीछे भी खदेड़ा गया है. एसपी ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी इस बात का अधिकार नहीं है कि वह देश का कानून को अपने हाथ में ले.
क्यों कर रहे किसान आंदोलन
पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत विभिन्न मांगों के लिए राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के इस मार्च को 'दिल्ली चलो' नाम दिया है. किसानों के 'दिल्ली चलों' मार्च को प्रशासन द्वारा पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया है. किसानों के प्रदर्शन को रोकने के लिए उनपर आंसू गैस के गोले दागे गए. टीकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई हैं.