India Maldives Row: राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली मालदीव सरकार की मंत्री मरियम शिउना द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ( 4 जनवरी) लक्ष्य दीप दौरे को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद दोनों देशों के बीच बिवाद बढ़ता जा रहा है. इस बीच एनसीपी चीफ शरद पवार ने आज (9 जनवरी) प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन जताया है. न्यूज एजेंसी एनआईए के अनुसार उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हमारे देश के पीएम हैं. किसी दूसरे देश का कोई भी व्यक्ति उनके खिलाफ कुछ भी टिप्पणी करेगा ये हम बिल्कुल स्वीकार नहीं करेंगे.
शरद पवार ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री के पद का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम पीएम मोदी ने खिलाफ अपने देश के बाहर की किसी भी बात को स्वीकार नहीं करेंगे. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मालदीव द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर इजराइल से लेकर बांग्लादेश तक के देशों ने पीएम मोदी का समर्थन किया है.
प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में (4 जनवरी) लक्ष्यदीप के दौरे पर गए थे. इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वहां के कई फोटो शेयर किये थे. जिसके बाद मालदीव सरकार की मंत्री मरियम शिउना और उनके अलावा, एक अन्य मंत्री, जाहिद रमीज़ सहित मालदीव के अन्य अधिकारियों ने भी पीएम मोदी की यात्रा की तस्वीरों का सोशल मीडिया पर मज़ाक उड़ाया था. इसके बाद एक्स पर भारत के लोगों ने #BoycottMaldives नाम से एक अभियान चलाया था. जिस दिन पीएम मोदी द्वारा लक्षद्वीप की तस्वीरें साझा की गई थी की उसी दिन एक्स पर मालदीव ट्रेंड होने लगा था और कई लोग मालदीव की जगह लक्षद्वीप घूमने की बात कहने लगे थे.
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने 7 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए विवादित बयान पर बड़ी कार्रवाई करते हुए अपनी सरकार की मंत्री मरियम शिउना, मालशा और हसन जिहान को सस्पेंड कर दिया था.
एनसीपी चीफ ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कई अहम बातें सामने रखी. इस दौरान उन्होंने अपने चुनाव लड़ने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में संसद सदस्य के तौर पर कार्यकाल पूरा होने के बाद वो भविष्य में कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगे.
बता दें, कि बीते कुछ समय से अजित पवार लगातार शरद पवार की उम्र को लेकर तंज कसने का काम कर रहे थे. शरद पवार की तरफ से लिए गया ये फैसला काफी अहम माना जा रहा है. राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार एनसीपी का ये फैसला महाराष्ट्र में एक बार फिर से रोटी पलटने के संकेत देता दिखाई दे रहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद पवार राम मंदिर का भी जिक्र किया. उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे को आस्था का विषय बताया है. साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी के नेता जितेंद्र आव्हाड द्वारा भगवान राम को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान पर भी रुख साफ करते हुए कहा कि उनके बयान से किसी राजनीतिक दल का कोई लेना देना नहीं है.