BIhar News: आईएनडीआईए की दिल्ली में बैठक के बाद से ही सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा थी कि सीएम नीतीश कुमार ममता बनर्जी के प्रस्ताव के बाद से खफा हैं. दरअसल ममता बनर्जी ने बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का चेहरा सामने रखने का प्रस्ताव रखा. जिसके बाद से ही नीतीश की नाराजगी की खबरें सामने आ रही थी. वहीं, इस प्रसंग के कई दिनों बाद सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को इन बातों का खंडन करते हुए सफाई दी.
सीएम नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. जहां माल्यार्पण करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हम जरा भी नाराज नहीं हैं. हम तो आरंभ से यह कह रहे कि हमारी कोई इच्छा नहीं. दिल्ली की बैठक में उन्होंने तो तेजी से सीट शेयरिंग की बात कही थी. तेजी से सीटों का मामला तय होना जरूरी है.
इस दौरान नीतीश के साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी कार्यक्रम में मौजूद थे. बता दें दोनों नेता काफी लंबे समय बाद एक साथ किसी कार्यक्रम में नजर आए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी पूरी तरह से एकजुट है. सबकुछ ठीक-ठाक है. मुख्यमंत्री से जब यह पूछा गया कि भाजपा नेता सुशील मोदी यह कह रहे कि जदयू में सबकुछ ठीक नहीं?
मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए नीतीश कुमार मीडिया पर ही हमलावर हो गए. उन्होंने मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि "आप चाहिएगा तो पब्लिसिटी दे पाइएगा? क्योंकि आपपर कब्जा दूसरे का है न". इसके अलावा इंडी गठबंधन के फैसले पर नाराजगी को लेकर मीडिया के सवालों से नीतीश कुमार गुस्से में आ गए.
उन्होंने कहा कि "वह पीएम उम्मीदवार के फैसले पर बिल्कुल नाराज नहीं हैं. नाराजगी की बात पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि वह कई बार कह चुके हैं कि उन्हें इस पद की इच्छा नहीं है".
बता दें कि अभी हाल ही में हुए इंडी गठबंधन की बैठक के बाद नीतीश कुमार प्रेस वार्ता से नदारद थे. जिसके बाद ये अनुमान लगाया जा रहा था कि वह इंडी गठबंधन के पीएम उम्मीदवार के फैसले को लेकर नाराज हैं. इसके बाद काफी लंबे समय तक नीतीश कुमार की चुप्पी से ये अनुमान और भी मजबूत हुए थे. हालांकि अब उन्होंने इस मामले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दे दी है .