India-Canada Tension: कनाडा और भारत के बीच लागातर टेंशन का माहौल बढ़ता जा रहा है. सोमवार को हिंदू मंदिर पर खालिस्तानियों द्वारा किए गए हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और भी ज्यादा बढ़ गया है. इस मामले पर देश की कई पार्टियों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रया दी है हालांकि इस मुद्दे पर लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का कोई भी बयान सामने नहीं आया है.
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और हाल ही में बांग्लादेश जैसी जगहों पर हमारे हिंदू भाइयों और बहनों को उत्पीड़न, हिंसा और अकल्पनीय पीड़ा सहते हुए देखकर मुझे बहुत दुख होता है. हिंदू वैश्विक अल्पसंख्यक हैं और इस तरह उनपर बहुत कम ध्यान दिया जाता है, बहुत कम एकजुटता मिलती है. उन्हें आसानी से निशाना बनाया जाता है. उनके खिलाफ नफरत का हर कृत्य, दुर्व्यवहार का हर मामला उन सभी के लिए एक झटका है जो मानवता और शांति को महत्व देते हैं.
हम भारत सरकार के साथ-केजरीवाल
कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथियों के बढ़ते अत्याचार पर ना केवल भारत सरकार बल्कि देश की विपक्षी पार्टियां भी काफी चिंतित है. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर विरोध जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि मैं कनाडा में हुई घटना की कड़ी निंदा करता हूं. भारत सरकार को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. देश के सभी राजनीतिक दल ही नहीं, बल्कि देश के सभी 140 करोड़ लोग इस मुद्दे पर भारत सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले की निंदा करने में हर भारतीय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शामिल होना चाहिए. यह कुछ नेताओं के लिए परीक्षा की घड़ी है. भारत के योग्य नेताओं की निंदा का इंतजार है.
कनाडा पुलिस पर आरोप
सोशल मीडिया पर कनाडा का एक और वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें कुछ भारतीय वंदे मातरम का नारा लगाकर खालिस्तानी झंडे को फेंकते नजर आ रहे हैं. इस मौके पर कनाडाई पुलिस भारतीयों पर एक्शन लेते नजर आ रही है. हालांकि इसी वीडियो के दूसरे साइड पर कुछ खालिस्तानी हाथों में अपना झंडा पकड़े नारेबाजी कर रहे हैं. लेकिन पुलिस उनपर कोई भी एक्शन नहीं ले रही है. वीडियो वायरल होने पर लोगो ने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है. हालांकि इस मामले में एक पुलिस को सस्पेंड भी किया गया है. जिसपर खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप लगा है.