अमरावती : आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी पर हुए हमले को बेहद "दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया है. यह हमला उस समय हुआ जब मंदिर परिसर के पास पुजारी सी.एस. रंगराजन के घर में लगभग 20 लोगों की एक भीड़ ने घुसकर उनके साथ धक्का-मुक्की की.
पुजारी सी.एस. रंगराजन ने इस घटना के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि यह भीड़ उनके घर में घुस आई और उनके साथ बदसलूकी की. इस बीच, रंगराजन के पिता और मंदिर संरक्षण आंदोलन के संयोजक एम.वी. सुंदरराजन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में इस हमले के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि हमलावरों का मकसद निजी सेनाएं बनाकर अपने एजेंडे को लागू करना था, और जो लोग उनके विचारों से सहमत नहीं थे, उन्हें सजा देना था.
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पवन कल्याण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट साझा किया. उन्होंने लिखा, "चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण है. यह केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं है, बल्कि हिंदू आस्था की रक्षा के प्रयासों पर भी हमला है."
చిలుకూరు బాలాజీ ఆలయ ప్రధాన అర్చకులు శ్రీ రంగరాజన్ గారిపై దాడి దురదృష్టకరం
— Deputy CMO, Andhra Pradesh (@APDeputyCMO) February 10, 2025
•ఒక వ్యక్తిపై కాదు... ధర్మ పరిరక్షణపై దాడిగా భావించాలి
చిలుకూరులోని ప్రసిద్ధ బాలాజీ ఆలయం ప్రధాన అర్చకులు శ్రీ @csranga గారిపై ఒక మూక దాడి చేసిందని తెలిసి తీవ్ర ఆవేదనకు లోనయ్యాను. దురదృష్టకరమైన ఘటన ఇది.…
पवन कल्याण ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह किसी व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि हमारी धार्मिक आस्थाओं और परंपराओं को चुनौती देने की कोशिश है. उन्होंने इस घटना को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया और इसे हिंदू धर्म के प्रतीकों पर हमला मानते हुए इसकी कड़ी आलोचना की.
जनसेना प्रमुख ने पुलिस से यह भी अपील की कि वे राम राज्यम नामक संगठन से जुड़े लोगों द्वारा किए गए हमले के पीछे के असली उद्देश्य की जांच करें और हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.
यह हमला समाज में धार्मिक आस्थाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता की आवश्यकता को और अधिक बढ़ा देता है. ऐसे हमलों से न केवल एक व्यक्ति की गरिमा को ठेस पहुँचती है, बल्कि पूरे समाज के धार्मिक सौहार्द को भी नुकसान होता है.