Ayodhya Ram Mandir: शास्त्रों से खिलवाड़! शंकराचार्य नाराज, कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना... एक आदमी के लिए रामलला से खिलवाड़

Ayodhya Ram Mandir: कांग्रेस ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को बीजेपी का राजनीतिक दांव बताया है. जिसे लेकर कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से मना कर दिया है.

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Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश भर में लोगो में उत्साह का माहौल है. वहीं, इसे लेकर लगातार राजनीति का दौर भी जारी है. कांग्रेस ने एक बार फिर अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को एक बार फिर से बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि यह इनका राजनीतिक दांव है. क्या प्राण प्रतिष्ठा को लेकर नियमों का पालन किया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि चार शंकराचार्यों ने कहा है कि एक अधूरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती है. 

कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया आरोप 

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शंकराचार्यों की चिट्ठी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि एक चिट्ठी पर प्रबंधक के हस्ताक्षर हैं और दूसरे पर निजी सचिव के हैं. जबकि स्वयं शंकराचार्य की वीडियो सबने देखा है. इससे पता चलता है कि आईटी सेल कितनी सक्रिय है. बता दें, चारों शंकराचार्यों ने कहा है कि वे अयोध्या में हो रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. 
 शंकराचार्य के अनुसार, प्राण प्रतिष्ठा नियमों के तहत नहीं हो रही है.

 

पवन खेड़ा ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर भाजपा से सवाल किया. पवन खेड़ा ने पूछा कि क्या प्राण प्रतिष्ठापन का कार्यक्रम धार्मिक है? यदि यह धार्मिक कार्य है तो क्या विधि विधान से कार्यक्रम किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि चारों शंकराचार्य कह चुके हैं कि एक अधुरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठापन नहीं की जा सकती है. अगर ये कार्यक्रम धार्मिक नहीं है तो ये कार्यक्रम राजनीतिक है.

कांग्रेस ने अस्वीकार किया प्राण प्रतिष्ठा का न्योता

कांग्रेस की तरफ से बयान जारी कर बताया गया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा नहीं लेगी. कांग्रेस ने बयान जारी कर बीजेपी पर चुनावी लाभ उठाने का आरोप लगाया. कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने बयान जारी कर बताया कि कांग्रेस पार्टी ने कहा कि धर्म व्यक्तिगत मामला है, लेकिन आरएसएस और बीजेपी ने अयोध्या मंदिर को एक राजनीतिक प्रोजेक्ट बना दिया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, अधीर रंजन चौधरी ने राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया. 

बीजेपी नेता कांग्रेस पर हुए हमलावर

वहीं, कांग्रेस के बयान के बाद सियासी घमासान मच गया हैं. बीजेपी नेता कांग्रेस पर हमलावर हो गए है. कांग्रेस के इस बयान के बाद भाजपा नेता मनोज तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा, 'मैं बड़े स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि जो लोग राम को मानते ही नहीं थे, वो कुछ भी बहाना बना सकते हैं. ये कार्यक्रम न्यास का है. न्यास ने राम मंदिर के उद्घाटन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है. उद्घाटन तो पीएम मोदी के हाथ से होना ही चाहिए था.'

वहीं, कांग्रेस पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता अनिल एंटनी ने कहा कि, 'विनाशकाले विपरीतबुद्धि! कांग्रेस अब भारत की राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक वास्तविकताओं और भावनाओं से पूरी तरह से कट गई है. इन दिनों कांग्रेस की ओर से लिए गए हर फैसले कुछ वामपंथी चरमपंथियों को बढ़ावा देने और शीर्ष पर बैठे नेताओं के आसपास के कुछ कट्टरपंथी अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए है.'