PM Modi Called Dhami: टनल में फंसे मजदूरों को लेकर पीएम मोदी ने जताई चिंता, सीएम धामी को दिए अहम निर्देश

PM Modi Called Dhami: सीएम धामी से फोन पर बातचीत के दौरान पीएम ने मजदूरों के सुरंग से निकाले जाने के बाद उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाने और बाद में उन्हें घर भेजने की व्यवस्था करने को लेकर निर्देश दिए हैं .

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हाइलाइट्स

  • टनल में फंसे मजदूरों को लेकर पीएम ने जताई चिंता
  • सीएम धामी को दिए ये अहम निर्देश

PM Modi Called Dhami: उत्तराखंड के उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल में मजदूरों को फंसे आज 13 दिन हो गए हैं. इस बीच सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को लेकर पीएम मोदी ने चिंता व्यक्त की है. उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन कर बचाव अभियान को लेकर जानकारी ली है. इस दौरान पीएम ने मजदूरों के सुरंग से निकाले जाने के बाद उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाने और बाद में उन्हें घर भेजने की व्यवस्था करने को लेकर निर्देश दिए हैं . 

सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी रोजाना सीएम धामी से टनल में फंसे मजदूरों की सेहत की जानकारी ले रहे हैं. आज की बातचीत के दौरान धामी ने उन्हें राहत बचाव अभियान में आ रही परेशानियों को लेकर विस्तार से जानकारी दी.

बचाव अभियान में आ रही परेशानी को लेकर क्या बोले धामी?

पीएम मोदी से फोन पर बातचीत के दौरान सीएम धामी ने बताया कि नई ऑस्ट्रियन टनल मेथड से इस सुरंग को बनाया जा रहा है. इस्पात से बनी वस्तुओं के ऑगर मशीन के सामने आ जाने से  काम में परेशानी उत्पन्न हो रही है. ऐसे में मशीन को रोककर और फिर उसे बाहर निकालकर सभी अवरोधों को हटाने का काम किया जा रहा है. जिसके कारण इस प्रक्रिया में देरी हो रही है. 

बातचीत के दौरान पीएम ने दिए निर्देश 

इस बातचीत के दौरान सीएम धामी को प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ अहम निर्देश दिए हैं बता दें कि मोदी ने कहा कि जब टनल से सभी श्रमिक बाहर निकलेंगे तो उनके स्वास्थ्य परीक्षण और चिकित्सकीय देखभाल पर विशेष ध्यान दिया जाए. वहीं पीएम ने मजदूरों को दिए जाने वाले भोजन को लेकर भी पूछा हैं. इसके अतिरिक्त बचाव अभियान में जूते लोगों की सुरक्षा को लेकर भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने श्रमिकों के परिजनों के बारे में भी जानकारी ली है और बचाव अभियान में जुटी  एजेंसियों के बीच तालमेल की सलाह दी है. 

सीएम धामी खुद कर रहे हैं निगरानी

मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से फोन पर बातचीत के दौरान बताया कि  उत्तरकाशी में अस्थाई कैंप बनाकर वह खुद बचाव अभियान की देख-रेख कर रहे हैं . 6 इंच व्यास के पाइप लाइन के माध्यम से टनल में फंसे श्रमिकों तक ताजा पका भोजन, फल, ड्राई फ्रूट्स, दूध, जूस के साथ ही डिसपोजेबल प्लेट्स, ब्रश, तौलिया, छोटे कपड़े, टूथ पेस्ट, साबुन, आदि दैनिक आवश्कता की सामग्री बोतलों में पैक कर भेजी जा रही है. वहीं पाइप लाइन के जरिए एसडीआरएफ द्वारा कम्युनिकेशन सेटअप के जरिए श्रमिकों से संवाद किया जा रहा है.