Commonwealth Conference : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में आयोजित कॉमनवेल्थ लीगल एजुकेशन एसोसिएशन (CLEA) -कॉमनवेल्थ अटॉर्नी और सॉलिसिटर जनरल कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, इस सम्मेलन का उद्घाटन करना मेरे लिए खुशी की बात है. पीएम ने कहा, मुझे खुशी है कि दुनिया भर से कानूनी विशेषज्ञ यहां आए हैं. मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप अतुल्य भारत का पूरा आनंद लें.
'अफ्रीकी संघ के साथ विशेष संबंध'
पीएम मोदी ने कहा कि, हमें गर्व है कि, 'अफ्रीकी संघ भारत की अध्यक्षता के दौरान जी20 का हिस्सा बना. यहा आज अफ्रीका से अनेक लोग आए हैं. भारत अफ्रीकी संघ के साथ एक विशेष संबंध साझा करता है. अफ्रीका के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी. 21वीं सदी की चुनौतियों से 20वीं सदी के नजरिए से नहीं लड़ा जा सकता है.'
PM मोदी ने दिया थ्री 'R' का संदेश
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, रिथिंक, रिइमैजिन और रिफॉर्म करने की हमें जरुरत है. भारत भी नई स्थितियों और परिस्थितियों को देखते हुए कानूनों का आधुनिकीकरण कर रहा है.
'सभी मिलकर न्याय व्यवस्था पर काम करें'
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, कभी-कभी एक देश में न्याय सुनिश्चित करने के लिए अन्य देशों के साथ मिलकर काम करने की जरूरत होती है. जब हम सहयोग करते हैं तो हम एक-दूसरे के सिस्टम को बेहतर ढंग से समझ पाते हैं. बेहतर समझ बेहतर तालमेल लाती है और बेहतर तालमेल तेजी से न्याय प्रदान करता है.
'साइबर खतरे की नयी चुनौतियां सामने आ रही'
पीएम मोदी ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का उदय और साइबर क्राइम नई चुनौतियां सामने ला रहा है. ऐसे में हमें दुनिया भर में न्याय देने की प्रणाली को और अधिक लचीला तथा सुगम बनाने की प्रक्रिया पर काम करना है. पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी की चुनौतियों से 20वीं सदी के तौर-तरीकों के साथ नहीं लड़ा जा सकता है.