Loksabha Election 2024: आगामी साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. जिसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं एनडीए को चुनौती देने के लिए बनी इंडिया गठबंधन अपनी ही उलझनों से उभर नहीं पा रही हैं. इंडिया गठबंधन के सामने सबसे बड़ी चुनौती सीटों के बंटवारे को लेकर है. बता दें कि दिल्ली और पंजाब में सीट बंटवारें को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच टकराहट चल रही थी, वहीं, अब वैसे ही हालात पश्चिम बंगाल में भी दिखाई दे रहे है.
वहीं, सीट बंटवारे को लेकर टीएमसी ने अपना तर्क देते हुए कहा कि, पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ दो सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई थी. पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 42 में से करीब 2 सीटे ही ऑफर कर रही है. हालांकि कांग्रेस की नजर गठबंधन की स्थिति में कम से कम 6 दर्जन सीटों पर है. सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल ने अपने प्रस्ताव के बारे में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को बता दिया है.
कांग्रेस 6 से 8 सीटों की मांग
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस 6 से 8 सीटें चाहती है. लेकिन तृणमूल 2 सीटें देने पर ही राजी है. बंगाल के कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और अन्य केंद्रीय नेताओं को बताया है कि अगर सम्मानजनक सीटें मिलती हैं तो वह गठबंधन के लिए तैयार हैं. बंगाल कांग्रेस के नेता पार्टी के लिए छह से आठ सीटें चाहते हैं.
सीटों के बटवारे पर तृणमूल का तर्क
वहीं सीटों के बटवारे को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने तर्क दिया कि कांग्रेस ने 2019 की लोकसभा सीटों में से 20 में से केवल दो सीटों पर ही जीत दर्ज की थी. जबकि 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में उसे एक भी सीट हासिल नहीं हुई थी. हालांकि कांग्रेस के एक उम्मीदवार ने हाल ही में एक उपचुनाव में जीत दर्ज की, लेकिन बाद में यह उम्मीदवार तृणमूल कांग्रेस में चला गया. कांग्रेस सूत्रों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उसने अकेले लड़कर दो सीटें जीती हैं और वे किसी और की मदद के बिना भी इसे फिर से जीत सकते हैं.