Ayodhya Ram Mandir: देशभर में आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बेहद उत्साह है. राम के भक्तों का 500 साल की तपस्या पूर्ण हुई. आज पूरा देश राममय हो गया है. आज भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. आज प्रभु रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे, जिसके बाद रामभक्त अपने भगवन के दर्शन कर सकेंगे. प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर बेहद भव्य तैयारियां की गई है. ये उत्सव ऐसे मनाया जा रहा हैं जैसे पहले शायद कभी नहीं मनाया गया हो.
प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा
प्राण प्रतिष्ठा के लिए 16 जनवरी से अनुष्ठान किए जा रहे है. आज प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा पूरे विधि विधान से संपन्न हो जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा के लिए आज भी मंदिर में कई सारी विधियां होंगी. बता दें, प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और एक बजे तक चलेगा. प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज रामलला की नेत्रों से पट्टी खोली जाएगी और उन्हें दर्पण दर्शन कराए जाएंगे.
Glimpses from the puja rituals at Ayodhya Ram Temple. Pranpratishtha ceremony taking place today.
— ANI (@ANI) January 22, 2024
(Pics: VHP spokesperson Sharad Sharma) pic.twitter.com/w0VpVEPv1x
विधि विधान से होगी प्राण प्रतिष्ठा
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. रामलला प्राण प्रतिष्ठा से पहले आज भी कई तरह की विधियाँ की जाएंगी. 22 जनवरी के पूजन की शुरूआत नित्य पूजन हवन पारायण से होगी, इसके बाद देवप्रबोधन, प्रतिष्ठापूर्वकृत्य, देवप्राण प्रतिष्ठा, महापूजा, आरती, प्रासादोत्सर्ग, उत्तरांगकर्म, पूर्णाहुति, आचार्य को गोदान, कर्मेश्वरार्पणम, ब्राह्मणभोजन, प्रैषात्मक पुण्याहवाचन, ब्राह्मण दक्षिणा दानादि संकल्प, आशीर्वाद और फिर कर्मसमाप्ति की विधि की जाएगी.
देश-विदेश से पहुंच रहे मेहमान
प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए देश विदेश से मेहमान आ रहे है. आज पूजा के बाद समारोह में शामिल होने आए सभी मेहमानों को भगवान के दर्शन कराए जाएंगे. इस समारोह में शामिल होने के लिए देशभर से अलग-अलग क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियां अयोध्या पहुँच रही हैं. इनमें उद्योगपति मुकेश अंबानी से लेकर फ़िल्म स्टार, खेल, साहित्य जगत के लोग शामिल हैं. इनके अलावा देश के कोने-कोने से 4 हज़ार संतों को भी आमंत्रित किया गया है. शनिवार से ही तमाम अतिथि अयोध्या पहुँच गए हैं. राम उत्सव के लिए पूरी अवधनगरी को हज़ारों क्विंटल फूलों से सजाया गया है.