गर्मियां आते ही शरीर पर रैशेज और घमोरियां निकलने लगती हैं जिसका सबसे ज्यादा असर त्वचा पर ही दिखता है। घमोरियां निकलने पर त्वचा पर छोटे छोटे लाल दाने हो जाते हैं जिनमें बेशुमार खुजली और जलन होती है। इन दानों के छिलने पर त्वचा पर संक्रमण भी हो जाता है। गर्मी में चिपचिपाहट और पसीने के कारण कई सारी परेशानियों में घमोरियां भी शामिल हैं। घमोरियों की बात करें तो ये सबसे ज्यादा बच्चों को निकलती हैं। बच्चो के अलावा ये उन लोगों को भी ज्यादा परेशान करती हैं जो सिंथेटिक और तंग कसे हुए कपड़े पहनते हैं और ज्यादा देर तक धूप और गर्मी में रहते हैं। इन घमोरियों से छुटकारा पाने के लिए यूं तो दवा और पाउडर दोनों ही मिलते हैं लेकिन कुछ घरेलू कारगर उपाय अपनाकर भी इन घमोरियों से छुटकारा पाया जा सकता है। चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ घरेलू उपायों के बारे में जिनकी मदद से आप घमोरियों से निजात पा सकते हैं।
घमोरियां क्यों निकलती हैं –
एक्सपर्ट कहते हैं कि घमौरियां तब निकतली हैं जब शरीर से पसीने निकालने वाली नलिकाएं बंद हो जाती हैं। ऐसे में शरीर के अंदर से निकने वाला पसीना त्वचा की सतह तक नहीं पहुंच पाता त्वचा की सतह के नीचे ही फंस जाता है। इससे उस स्थान पर हल्की सूजन और बंप यानी दाने निकल आते हैं। ये दाने खुजली करते हैं और अक्सर लाल रंग के होते हैं। दिखने में छोटे छोटे दिखते ये दाने घमोरियां कहलाते हैं जिन्हें खुजाने पर काफी दर्द होता है और जलन भी होती है।
घमोरियों के घरेलू उपाय
कोकोनट तेल
कोकोनट याना नारियल तेल त्वचा के लिए रामबाण कहा जाता है। ये तासीर में ठंडा होता है और इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण भी होता है। थोड़े से नारियल तेल में जरा सा कपूर मिलाकर अच्छी तरह मिक्स कर लें और इससे घमोरियों वाली जगह पर अच्छी तरह लेकिन हल्के हाथ से मालिश करें। इससे आपकी त्वचा को ठंडक पहुंचेगी और घमोरियों को फैलाने वाला संक्रमण भी दूर हो जाएगा।
नीम की पत्तियां
घमोरियों में नीम काफी कारगर साबित होता है। नीम स्वभाव में एंटी बेक्टीरयल और एंटी फंगल होता है। नीम की पत्तियों को उबाल कर इसके पानी को ठंडा करके नहाने से घमोरियां दूर हो जाती हैं। इसके अलावा आप नीम की पत्तियों को उबाल कर पीस कर भी घमोरियों पर लगा सकते हैं। इससे त्वचा का संक्रमण भी दूर होगा और घमोरियां ठीक होने लगेंगी।
कच्चे आम का गूदा
पका आम तो गर्म होता है लेकिन कच्चे आम की तासीर ठंडी होती है। बाजार से कच्चा आम ले आइए औऱ इसे गैस पर अच्छी तरह भीन लीजिए। फिर इसका छिलका निकाल कर इसके गूदे को मैश करके रखिए औऱ फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दीजिए। जब ये गूदा ठंडा हो जाए तो घमोरियों के ऊपर उसे लगाइए औऱ कुछ देर बाद धो लीजिए। इससे आपकी घमोरियों को ठंडक मिलेगी और वो धीरे धीरे कम होना शुरू हो जाएंगी।
खीरा पहुंचाएगा ठंडक
खीरा ठंडक पहुंचाता है। इसके एंटी बैक्टीरियल गुण घमोरियों का इलाज करते हैं औऱ इसकी ठंडक से जलन भी शांत होती है। आप एक खीरे के कई लंबे लंबे स्लाइस कर लीजिए और कुछ देर के लिए फ्रिज में डाल दीजिए। ठंडा हो जाए तो इसके स्लाइस को घमोरियों के ऊपर धीरे धीरे रगड़िए और लगा रहने दीजिए। इससे घमोरियों में आराम मिलेगा और आपके पसीने वाला पोर्स भी खुल जाएंगे।
बर्फ के टुकड़े
बर्फ के टुकड़ों को काटन के किसी कपड़े में रख लें और एक पोटली सी बनाकर घमोरियों पर फिराते रहें। इससे आपकी घमोरियां शांत हो जाएंगीा और आपकी स्किन को भी ठंडक मिलेगी।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा त्वचा का संक्रमण दूर करके इसे पोषण और नमी देता है। एलोवेरा जेल में थोड़ा सा गुलाब जल मिलाकर उसे घमौरियों पर लगाना चाहिए। दिन में तीन से चार बार आप ऐसा करेंगे और अगर आप इसे रात को लगाकर सो जाएंगे तो आपकी घमोरियों में काफी राहत मिलेगी।
तुलसी
तुलसी में एंटी बैक्टीरियण गुण होतें है। तुलसी की लकड़ी को पीस कर इसका चूरण बना लीजिए। इस चूरण में गुलाब जल और जरा सी मुल्तानी मिट्टी मिलाकर लगाने से घमोरियों में काफी आराम मिलता है। इससे त्वचा का संक्रमण भी दूर होगा और त्वचा को जरूरी ठंडक मिलेगी।
मुल्तानी मिट्टी
घमोरियों के लिए मुल्तानी मिट्टी सालों से इस्तेमाल होती आ रही है। इसमें एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और ठंडक देने वाला गुण हैं। आपको दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी में थोड़ा सा गुलाब जल मिलाना औऱ घमोरियों पर लगाकर छोड़ देना है। जब ये सूख जाए तो ठंडे पानी से धो लीजिए। इस नियमित रूप से एक सप्ताह तक करेंगे तो घमोरियों से निश्चित तौर पर काफी आराम मिल जाएगा।