नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 फरवरी को मराठा साम्राज्य के महान नेता, छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दिन प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट के माध्यम से छत्रपति शिवाजी के योगदान और उनके ऐतिहासिक महत्व को उजागर किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, "शिवाजी महाराज की वीरता और दूरदर्शिता ने स्वराज्य की नींव रखी और उन्होंने पीढ़ियों को साहस, न्याय और समानता के मूल्यों का पालन करने के लिए प्रेरित किया. उनका नेतृत्व हमें एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में मार्गदर्शन करता है."
छत्रपती शिवाजी महाराज यांच्या जयंतीनिमित्त मी त्यांना अभिवादन करतो.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 19, 2025
त्यांच्या पराक्रमाने आणि दूरदर्शी नेतृत्वाने स्वराज्याची पायाभरणी केली, ज्यामुळे अनेक पिढ्यांना धैर्य आणि न्यायाची मूल्ये जपण्याची प्रेरणा मिळाली. ते आपल्याला एक बलशाली, आत्मनिर्भर आणि समृद्ध भारत घडवण्यासाठी… pic.twitter.com/zu0vLviiPf
उनके शब्दों में छुपी प्रेरणा और आदर्शों की गहरी छाप भारत के नागरिकों पर साफ देखी जा सकती है. मोदी के अनुसार, छत्रपति शिवाजी का योगदान केवल एक सैनिक के रूप में नहीं, बल्कि एक राष्ट्र के निर्माणकर्ता के रूप में भी अहम था.
1630 में महाराष्ट्र के शिवनेरी किले में जन्मे शिवाजी ने भारत के इतिहास में अपनी अद्वितीय पहचान बनाई. अपनी सैन्य रणनीतियों और कुशल नेतृत्व के बल पर उन्होंने न केवल दक्षिण भारत में मुस्लिम सुलतानियों को चुनौती दी, बल्कि उत्तर भारत में मुगलों के साम्राज्य का भी मुकाबला किया. उनके साम्राज्य का विस्तार बहुत तेजी से हुआ और उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और साहस से एक मजबूत साम्राज्य की नींव रखी, जो बाद में भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया.
शिवाजी महाराज का सबसे बड़ा योगदान उनकी स्वराज्य की अवधारणा और उसे लागू करने की क्षमता थी. उन्होंने शासन में जनकल्याण, प्रशासन, न्याय और सैन्य संरचना के क्षेत्र में कई नये बदलाव किए. उनकी नीति में धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक समरसता, और लोक कल्याण की झलक साफ दिखाई देती है.
उनका साम्राज्य, जो अंग्रेजों द्वारा पराजित होने से पहले तक भारत का सबसे शक्तिशाली साम्राज्य बना, इसका विस्तार कर्नाटका से लेकर महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य भारत तक हुआ. शिवाजी की सैन्य संरचना ने उन्हें न केवल एक महान योद्धा, बल्कि एक दूरदर्शी शासक के रूप में भी स्थापित किया.
प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धांजलि यह साबित करती है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन आज भी हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उनका नेतृत्व, वीरता, और संघर्ष भारत के भविष्य को और अधिक सशक्त और समृद्ध बनाने की दिशा में एक अनमोल धरोहर के रूप में है.