Punjab: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को विधानसभा में पंजाब वस्तु और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2023 को पेश किए जाने के बाद विधानसभा सत्र में बहस में हिस्सा लेते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर पंजाब विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि "उनका बस चले तो वो राष्ट्रगान से ही पंजाब शब्द हटाने में कोई संकोच नहीं करेंगे".
केंद्र सरकार पर लगाया राज्य की उपेक्षा का आरोप
बता दें कि पंजाब विधानसभा के दो दिवसीय सत्र के पहले दिन यानी मंगलवार को बहस में हिस्सा लेते हुए उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा पंजाब की उपेक्षा ही की है. जबकि पूरे देश में पंजाब खाद्यान योगदान में सबसे आगे है और इसके साथ ही पंजाब की ओर से भारतीय सेना में सबसे अधिक योगदान दिया जाता है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री मान ने केंद्र सरकार पर राज्य का ग्रामीण विकास फंड रोकने और वस्तु एवं सेवा कर संग्रहण में अपना हिस्सा मांगने के लिए मजबूर करने को लेकर भी कड़ी भर्त्सना की.
"जहाँ उनकी सरकार नहीं, वहां वो ईडी या सीबीआई को भेज देते हैं"- CM मान
विधानसभा सत्र के दौरान केंद्र सरकार पर हमलावर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हर दिन वो कुछ ऐसा करते हैं जो ये दिखाता है कि वो पंजाब विरोधी मानसिकता से ग्रसित हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री मान ने केंद्र सरकार पर सरकारी जाँच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगते हुए कहा कि "जहाँ इनकी सरकार नहीं, वहां वो ईडी या सीबीआई को भेज कर वहां की सरकार को परेशान करते हैं'. इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार पर आरडीएफ का पैसा रोकने का भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि नियमों में संशोधन करके भेजने के बावजूद केंद्र सरकार की ओर से पैसा जारी नहीं किया गया.