Punjab: पंजाब सरकार के सामने अभी बहुत चुनौतियां हैं. परन्तु राज्य की सबसे बड़ी परेशानी प्रदेश के नौजवानों में बढ़ती नशे की लत मानी जा रही है. ये हाल उस वक्त से है जब से आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव प्रचार के दरमियान पंजाब से 3 महीने में नशा को मिटा देने का दावा किया था. परन्तु इल्जाम देखा ये जा रहा है कि बीते डेढ़ साल में नशा और ज्यादा बढ़ा है.
पंजाब सरकार नशे को रोकने के लिए टाईंम-टाईम पर कई विशेष ऑपरेशन चलाती है. AAP (आप) सरकार के सत्ता में आने के बाद पंजाब पुलिस ने नशा तस्करों को लेकर चलाई विशेष मुहिम के आधार पर अभी तक NDPS की कुल 18130 एफआईआर दर्ज की गई हैं. इन सारे केसों में नामजद अपराधियों में से कुल 1166 बड़े नशा तस्करों को हिरासत में कर लिया गया हैं. जबकि BSF (बॉर्डर सुरक्षा फोर्स) एवं पंजाब पुलिस ने अन्य नशा तस्कर मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है. इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में नशे की खेप भी बरामद हुई है.
पुलिस के द्वारा बीते डेढ़ साल से नशा तस्कारों के खिलाफ लगातार मुहिम चलाया जा रहा है. जिसकी वजह से अब तक पंजाब से नशा सामग्री की भारी खेप को बरामद किया गया हैं. वहीं पुलिस के AIG सुखचैन सिंह गिल का कहना है कि सारे दर्ज एफआईआर में अभी तक कमर्शियल क्वांटिटी के के मुताबिक 2099 केस दर्ज किया गया हैं.
AIG सुखचैन सिंह गिल का कहना है कि पुलिस ने राज्य में सारे जिलों से नशा सामग्री की भारी खेप बरामद की है. जिसमें हेरोइन 1701.29 किलोग्राम है. अफीम 1145.62 किलोग्राम है. इसके साथ ही 696.52 क्विंटल भुक्की भी बरामद किया गया है.
पंजाब के अंदर कुल 208 ओपिओइड सहायता प्राप्त उपचार (OOAT) क्लिनिक बने थे. परन्तु आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद 321 नए OOAT क्लिनिक राज्य में बनाए गए है. जबकि वर्तमान वक्त में इसकी संख्या 529 जा पहुंचा है. इसके साथ ही 55 नशा मुक्ति केंद्र और पुनर्वास केंद्र बनाया गया है. वहीं कई नशा मुक्ति केंद्र खोल दिए गए हैं.