Punjab Farmer Protest: पंजाब के किसान आज सरकार के खिलाफ चंडीगढ़ में धरना प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं, जिसके चलते चंडीगढ़ पुलिस और प्रशासन पहले से ही अलर्ट है. प्रशासन ने पूरे शहर को सील कर दिया है. वहीं पंचकूला से शहर में शहर जाने वाले सभी 27 रास्ते को बंद कर दिया है. इन रास्तों पर हथियारों से लैस रिजर्व पुलिस बल समेत 5 हजार पुलिसकर्मी को तैनात किया गया है.
पंजाब के किसानों के आंदोलन को देखते हुए चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस प्रशासन पहले से सतर्क है. चंडीगढ़ पुलिस ने बॉर्डर पर 4 हजार पुलिसकर्मी और मोहाली पुलिस ने 15 सौ पुलिसकर्मी तैनात किया है. वही चंडीगढ़ पुलिस ने किसानों को शहर में आने से रोकने के लिए सभी डिवीजन के डीएसपी को जिम्मेदारी सौंपी है. बताया जा रहा है कि किसान शहर के बीचो-बीच सेक्टर 14 में परेड ग्राउंड में धरना प्रदर्शन करेंगे.
आपको बता दे कि बीते दिन यानी कि सोमवार को एक किसान की मौत होने से चंडीगढ़ में माहौल बेहद तनावपूर्ण बना हुआ है. पंजाब पुलिस सभी बड़े किसान नेताओं को हिरासत में ले चुकी है, लेकिन आज पंजाब हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश समेत उत्तराखंड के 16 किसान संगठनों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर चंडीगढ़ को घेराव करने का आगाज किया है. हालांकि पुलिस प्रशासन आंदोलनकारी के हर मूवमेंट पर नजर रखने के लिए अलर्ट है.
क्या है मामला-
दरअसल, पंजाब में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति से लोग जूझ रहे है. बाढ के कारण पंजाब के किसानों को बेहद क्षति हुआ है जिस कारण पंजाब के किसान सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
पंजाब किसानों की मांग-
आंदोलनकारी किसानों की सरकार से 5 हजार रुपये प्रति एकड़ फसलों पर मुआवजा, मृतकों के परिवार के लिए 10 लख रुपए, घग्गर व अन्य दरिया के स्थाई समाधान, मारे गए पशु पर 1 लाख रुपये का मुआवजा और ढह चुके घरों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजा की मांग कर रहे हैं.