Punjab News: कनाडा सरकार के मंत्री शान फ्रेजर ने इशारा किया है कि ट्रूडो सरकार को स्टडी वीजा का मूल्यांकन करना चाहिए साथ ही इसके ऊपर गंभीरता से विचार विमर्श करके संख्या को सीमित कर सकते हैं. यहां तक की फ्रेजर ने बताया कि कनाडा में आ रहे विद्यार्थियों की बाढ़ से मकान और जमीन के रेटों पर खराब असर देखने को मिल रहा है. कनाडा की ट्रूडो सरकार के मंत्री के इस बयान का पंजाब में काफी असर देखने को मिल रहा है. इस फैसले से भारतीयों का वहां जाने का सपना अधूरा रहने वाला है. लोगों के रहने के लिए कनाडा में जगह की कमी है. जिसकी वजह से स्टूडेंट्स की संख्या को आने से रोका जा रहा है.
घरों की कीमतें में बढ़ोत्तरी
कनाडा के ओटवा में रह रहे पंजाबी समुदाय के नामचीन लीडर जसविंदर सिंह जस्सा ने बताया कि कनाडा में ये भीड़ होना राजनीति कारण थी. कनाडा की नागरिकता, शरणार्थी, आप्रवासन 2024 तक छात्र वीजा कार्यक्रम के लिए एक नए विश्वसनीय संस्थान बनाने की सोच रही है. वहीं 7 साल पहले से घरों की कीमतें में काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है.
डीएलआई से स्वीकृति
कनाडा के एडमिंटन में इमिग्रेशन एक्सपर्टों ने बताया कि वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को जगह देने वाले किसी कनाडाई संस्थान को उनके संबंधित प्रांतीय व क्षेत्रीय सरकार द्वारा डीएलआई (नामित शिक्षण संस्थान) के रूप में वर्गीकृत किया करता है. वहीं अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को कनाडाई पढ़ाई के लिए परमिट आवेदन डीएलआई से एक स्वीकृति पत्र की जरूरत होगी.