Punjab News: सेक्टर-30 बी में स्थित बाबा मक्खन शाह लुभाना भवन से आज सुबह 10 बजे रोष मार्च निकाला गया है। यह रोष मार्च लुभाना भवन के मार्केट के रास्ते से चलकर सेक्टर-20, 21 मार्केट से गुजरते हुए सेक्टर 22 के गुरुद्वारा साहिब पर पहुंचकर विराम दिया गया है। इस दौरान रोष मार्च में शामिल सभी लोग पंजाबी भाषा को पहली भाषा और प्रशासकीय भाषा बनाने की मांग का समर्थन करने के लिए लोगों से गुजारिश किए।
वही मार्च के दौरान कोई दंगा फसाद न हो और स्थिति कंट्रोल में रहे इसके लिए स्थानीय थाना पुलिस द्वारा नजर रखी गई। इस दौरान ट्रैफिक जैसी समस्याओं को भी ध्यान में रखा गया है।
पंजाबी भाषा को प्रशासकीय भाषा बनाने की मांग-
आपको बता दें कि चंडीगढ़ में ऐसा पहली बार नहीं है जब पंजाबी भाषा को पहली और प्रशासकीय भाषा बनाने की मांग की गई है बल्कि इससे पहले भी कई दफा पंजाबी भाषा को प्रशासकीय और पहली भाषा बनाने की मांग को लेकर आवाज उठाई गई है। हालांकि अभी तक चंडीगढ़ के प्रशासनिक कामों में पंजाबी भाषा को मान्यता नहीं मिल पाई है।
आपको मालुम हो कि पंजाब सरकार ने पंजाबी भाषा को प्रशासकीय और पहली भाषा की मान्यता दे दी है, यहां के दुकानों से लेकर मॉल्स और कई जगहों पर पंजाबी भाषा का उपयोग किया जाता है क्योंकि पंजाब सरकार ने यहां पंजाबी भाषा को अनिवार्य कर दिया है, अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उस पर कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है।