Punjab News: सीएम भगवंत मान ने कहा पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा को नहीं मिलेगी हिस्सेदारी

Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा को कोई भी हिस्सा देने के लिए साफ इनकार कर दिए है। हालांकि, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वह अपना हिस्सा देने को तैयार हैं, जिस पर सीएम मान ने कहा कि कल को आप पंजाब का भी मोल लगा […]

Date Updated
फॉलो करें:

Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा को कोई भी हिस्सा देने के लिए साफ इनकार कर दिए है। हालांकि, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वह अपना हिस्सा देने को तैयार हैं, जिस पर सीएम मान ने कहा कि कल को आप पंजाब का भी मोल लगा लोगे।

बता दें कि भगवंत मान पंजाब यूनिवर्सिटी को लेकर हुई बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब थे। ये बैठक पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की अगुवाई में यूटी सचिवालय में हुई। इस बैठक में भगवंत मान के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी शामिल हुए। बैठक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी और एक और बैठक तीन जुलाई को रखी गई है।

पंजाब के सीएम भगवंत मान ने मीडियाकर्मियों के सामने पंजाब यूनिवर्सिटी के इतिहास के बारे में बात करते हुए शिरोमणि अकाली दल पर जमकर शब्दवाण चलाए। उन्होंने मीडिया को वो पत्र दिखाया जो तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को 26 जून 2008 को लिखा था। इसमें पंजाब यूनिवर्सिटी को केंद्रीय यूनिवर्सिटी बनाए रखने के लिए कोई आपत्ति नहीं के बारे में लिखा था।

सीएम मान ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ और पंजाब की विरासत है, पंजाबियत की भावना और संस्कृति और साहित्य के साथ जुड़ी यूनिवर्सिटी है। इसकी गर्वनिंग बॉडी में किसी भी प्रकार की दखलअंदाजी बर्दाशत नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले ये लाहौर में थी और देश के विभाजन के बाद जब ये पंजाब के दो हिस्से हो गए तो इसे होशियारपुर में शिफ्ट कर दिया गया।

सीएम मान ने बताया कि हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब का इसमें 20-20 हिस्सा था, लेकिन 1970 में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसी लाल ने अपना हिस्सा निकालने की घोषणा करते हुए अपने सभी कॉलेजों को कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के साथ जोड़ दिया।

सीएम ने कहा कि 1973 में सेनेट से भी अपना हिस्सा निकाल लिया और कहा कि आगे से हम कोई पैसा भी नहीं देंगे। पंजाब पुनर्गठन के बाद हिमाचल भी निकल गया। अब पंजाब के पास हिस्सा 40 फीसदी और यूटी का हिस्सा 60 फीसदी हो गया है। 2008 में इसे सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने की बात चली।

Tags :