Punjab News: आम आदमी पार्टी की तरफ से केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश का विरोध किया जा रहा है. दिल्ली सरकार की शक्तियों को लेकर उपराज्यपाल और आप पार्टी की सरकार के बीच टकरार को देख कर केंद्र सरकार ने अध्यादेश जारी कर दिया है जिसका आप की तरफ से विरोध किया जा रहा है. इस टकराव में कांग्रेस पार्टी का पूरा सहयोग मिलता दिखाई दे रहा है. इस बीच पंजाब कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के द्वारा इस बात का समर्थन किया गया है. हालांकि पंजाब की कांग्रेस इस बात का सहयोग नहीं कर रही है. लेकिन पार्टी के खिलाफ जाकर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी बात रखते हुए इस अध्यादेश विरोध का समर्थन किया है.
नवजोत सिंह सिद्धू ने बीते दिन मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकतांत्रिक ताकत को गुलाम नहीं बनाया जा सकता है. उपराज्यपाल और राज्यपाल निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपने हाथ की कठपुतली नहीं समझ सकते हैं. उन्होंने कहा कि LG किसी चुनी हुई सरकार को हिदायत नहीं दे सकता है. उपराज्यपाल चुने हुए नुमाइंदों को गुलाम नहीं बना सकता और अपनी नॉमिनेटेड फोर्स नहीं थोप सकता. इस तरह के हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस देश का लोकतंत्र नहीं रह पाएगा.
आम आदमी पार्टी सांसद राघव चड्ढा के द्वारा भी अध्यादेश के असंवैधानिक होने के कई कारण बताए हैं. उनके द्वारा बताया गया पहला कारण केंद्र का अध्यादेश सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ है. दूसरा कारण ये अध्यादेश संविधान के अनुच्छेद 239AA की धज्जियां उड़ाने का काम करती है. वहीं तीसरा कारण अध्यादेश को लेकर एक मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में अभी विचाराधीन है. इस मुद्दे को संविधान पीठ को विचार के लिए दे दिया गया है.