Punjab News: चंडीगढ़ और शिमला नेशनल हाईवे पर 100 मीटर तक चक्की मोड़ धंस गया. 96 घंटे बीत जाने के बाद भी रास्ता नहीं बन पाया. इसके बनने में दो से तीन दिन का और समय लग सकता है. इस रास्ते का असर फल-सब्जियों की सप्लाई पर हो रहा है. टमाटर की बात करें तो इसकी सप्लाई 30 फीसदी कम हो गई है. सेब की भी सप्लाई 80 फीसदी कम है. बहुत पहले से भी टमाटर के दाम आसमान पर थे. इस बीच चक्की मोड़ पर सड़क धंस जाने से फल-सिब्जयों की सप्लाई पर बुरा असर पड़ा है.
शिमला के रास्ते आने वाली गाड़ियां नालागढ़ होके आ रही है. इससे आने में 50 से 150 किलोमीटर तक अधिक रास्ता तय करना पड़ रहा है. इसके साथ ही ज्यादा वक्त लग रहा है. यहां तक की ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा भी बढ़ गया है. नालागढ़ का रास्ता छोटा होने के कारण छोटी गाड़ियां फल-सब्जियों को लेकर आ रही है. वहीं छोटी गाड़ियों का किराया भी बढ़ गया है. 4500 रुपए के वजाय 5500-5800 रुपए तक बढ़ाकर लिया जा रहा है. इसके साथ ही सेक्टरों में टमाटर 350 रुपए किलो बिकने लगा है. मंडी की बात करें तो 200 रुपए किलो बेचा जा रहा है.
फल-सब्जियों की अगर बात करें तो हरा धनिया, बीन्स, शिमला मिर्च, ये सारी सब्जियां शिमला से आती है. इस सारी सब्जियों की सप्लाई में 20-30 % तक कमी आई है. बीन्स और शिमला मिर्च का चंडीगढ़ में होलसेल रेट 40 रुपए प्रति किलोग्राम था. जो अब 65-70 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. भिंडी व घिया और अन्य सब्जी चंडीगढ़ से शिमला के लिए जाता है इसकी सप्लाई में भी असर पड़ा है.