Punjab: आज उपराष्ट्रपति करेंगे 84 कलाकारों को सम्मानित, पंजाब के दो प्रसिद्ध कलाकारों के नाम लिस्ट में शामिल

Punjab: आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर 75 साल से ज्यादा उम्र के 84 कलाकारों को संगीत की दुनिया में अच्छा कार्य करने के लिए सम्मानित किया जाना है. इन सारें कलाकारों को नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार की तरफ से सम्मानित किया जाएगा. जबकि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तहत अकादमी की तरफ से ऐसा पहली […]

Date Updated
फॉलो करें:

Punjab: आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर 75 साल से ज्यादा उम्र के 84 कलाकारों को संगीत की दुनिया में अच्छा कार्य करने के लिए सम्मानित किया जाना है. इन सारें कलाकारों को नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार की तरफ से सम्मानित किया जाएगा. जबकि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तहत अकादमी की तरफ से ऐसा पहली बार है, जब इन बड़े कलाकारों को राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा जा रहा है. बता दें कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के हाथों आज 70 पुरुषों व 14 महिलाओं उत्कृष्ट सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. जिसमें सबसे अधिक बुजुर्ग मणिपुर के रहने वाले 101 साल के युमनाम जात्रा सिंह का नाम हैं. वहीं पुरस्कार लिस्ट में 90 साल से ज्यादा उम्र के 13 एवं 80 वर्ष से ज्यादा के 38 कलाकार शामिल हैं. जिसमें 2 महिला कलाकारों महाभाष्यम चित्तरंजन के साथ गौरी कुप्पुस्वामी का नाम मौजूद है.

डॉ. संध्या पुरेचा का बयान

वहीं संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा का कहना है कि, भारतीय परंपरा, संस्कृति, विरासत को बनाए रखने वाले इन कलाकारों को कभी किसी प्रकार का राष्ट्रीय सम्मान नहीं दिया गया था. जबकि राष्ट्रीय अवार्ड के रूप में इन सारे वरिष्ठ कलाकारों को अंगवस्त्रम एवं ताम्रपत्र के अतिरिक्त 1 लाख रुपये की नकद राशि दिया जाएगा. वहीं इस अवार्ड को लेकर लगभग 500 लोगों का आवेदन आया था. जिनमें से सिर्फ अकादमी की सामान्य परिषद ने अन्य मानकों के तहत केवल 84 कलाकारों का चयन किया है.

पंजाब के कलाकारों को सम्मान

पंजाब के रोपड़ के रहने वाले प्रसिद्ध तबला वादक सुशील कुमार जैन एवं मुकेरियां के भीमसेन शर्मा को हिंदुस्तानी वाद्य संगीत (गायन,वादन) के क्षेत्र में अवार्ड देकर सम्मानित किया जाएगा.

प्रताप सहगल को सम्मान

दिल्ली के रहने वाले प्रताप सहगल को एवं प्रयागराज की रहने वाली कुमकुम लाल को ओडिसी नृत्य के लिए नाट्य लेखन में दिल्ली प्रदेश के आधार पर अमृत अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि कुमकुम लाल का जन्म साल 1948 में 3 मार्च को प्रयागराज की धरती पर हुआ था.

पूर्व शिक्षक को सम्मान

(बीएचयू) बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संगीत गायन विभाग के पूर्व अध्यक्ष चित्तरंजन ज्योतिषी को उपराष्ट्रपति के द्वारा हिंदुस्तानी गायन संगीत के आधार पर सम्मानित किया जाएगा. इसके अतिरिक्त कानपुर के सुशील कुमार सिंह को नाट्य लेखन, पूर्णिमा पांडे को कथक, आजमगढ़ के जन्मे दीनानाथ मिश्रा व लखनऊ में जन्मीं पद्मा शर्मा को कथक नृत्य के लिए सम्मानित किया जाएगा.

Subscribe to Our YouTube Channel!

Stay updated with our latest videos. Click the button below to subscribe now!