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Raghav Chadha: सस्पेंशन के बाद बोले राघव चड्ढा- उन्होंने यह दर्द सताता है कि कैसे एक 34 साल का युवा हमें ललकारता है?

Raghav Chadha: शुक्रवार को राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कड़ा एक्शन लेते हुए आप नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभी से निलंबित कर दिया है.मामले की जांच कर रही विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट न आ जाए तब तक के लिए चड्ढा राज्यसभा से निलंबित रहेंगे. इस बीच राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया पर […]

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Raghav Chadha: शुक्रवार को राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कड़ा एक्शन लेते हुए आप नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभी से निलंबित कर दिया है.मामले की जांच कर रही विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट न आ जाए तब तक के लिए चड्ढा राज्यसभा से निलंबित रहेंगे. इस बीच राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने इन सभी आरोपों को झूठा बताया है. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी मेरे उपर किचड़ उछालना की कोशिश कर रही है. इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि, बीजेपी चाहते हैं कि इनके ख़िलाफ़ कोई आवाज़ ना उठाए, कोई सवाल ना पूछे. उन्हें सिर्फ यह दर्द सताता है कि कैसे एक 34 साल का युवा हमें खड़ा होकर ललकारता है.

चड्ढा पर है ये आरोप-

चड्ढा पर आरोप है कि उन्होंने राज्यसभा में  दिल्ली सरकार विधेयक को पारित कराने की प्रक्रिया के दौरान प्रवर समिति का गठन किया था. इस समिति के लिए चार सांसदों को बिना अनुमति लिए शामिल किए गए थे.  इस मामले में 9 अगस्त को राज्यसभा स्पीकर जगदीप धनखड़ ने नौ अगस्त, बुधवार को इन सांसदों की शिकायतों को विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया था. राघव चड्ढा नियमों का उल्लंघन करते हुए बिना सदन की प्रवर समिति में उन्हें शामिल करने प्रस्ताव पेश किया था.

निलंबन का प्रस्ताव पीयूष गोयल द्वारा राज्यसभा में पेश किया गया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि राघव चड्ढा की कार्रवाई अनैतिकता थी. पीयूष गोयल ने इस दौरान चड्ढा पर  विशेषाधिकार हनन का आरोप भी लगाया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चड्ढा का व्यवहार अप्रत्याशित और संसद सदस्य को शोभा नहीं देता है. गोयल ने चड्ढा के बारे में ये भी कहा कि. उनके सहयोगी संजय सिंह को प्रश्न पूछने के कारण निलंबित किया गया है.

निलंबन के बाद राघव चड्ढा का बयान

निलंबन के बाद राघव चड्ढा ने अपने बयान में कहा कि मुझे क्यों सस्पेंड किया गया है? मेरा क्या क़सूर था. उन्होंने पूछा कि क्या मेरी यह गलती थी कि मैंने संसद के अंदर खड़े होकर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के सबसे नेताओं से सवाल पूछ लिए? क्या मेरा यह अपराध है कि मैंने दिल्ली सेवा बिल पर अपनी बात रखते हुए भाजपा के सबसे बड़े नेताओं से इंसाफ़ की माँग की? या उन्हीं का पुराना मैनिफेस्टो दिखाकर उनसे माँगे पूरी करने को कहा. क्या उन्होंने यह दर्द सताता है कि कैसे एक 34 साल का युवा हमें खड़ा होकर ललकारता है? ये लोग बहुत ताकतवर हैं और किसी भी हद तक जा सकते हैं.