Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अपने लिए की गई अपमानजनक टिप्पणियों को हटाने का आग्रह किया. राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि मैंने अध्यक्ष से मुलाकात की और उनसे कहा कि मेरे खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों को हटाया जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अध्यक्ष ने इस पर विचार करने का आश्वासन दिया है.
राहुल गांधी ने जोर दिया कि उनका उद्देश्य सदन की कार्यवाही को चलाना और चर्चा को बढ़ावा देना है. उन्होंने कह कि हमारा उद्देश्य है कि सदन चलना चाहिए और सदन में चर्चा होनी चाहिए. चाहे वे मेरे बारे में कुछ भी कहें हम 13 दिसंबर को बहस करना चाहते हैं वे अडानी पर चर्चा नहीं चाहते हैं. राहुल गांधी का यह बयान उस संदर्भ में आया है जब भाजपा नेताओं ने उनके खिलाफ तीखे आरोप लगाए थे.
5 दिसंबर को भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी और हंगेरियन अरबपति जॉर्ज सोरोस के बीच संबंधों को लेकर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. दुबे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का हाथ जॉर्ज सोरोस के साथ है. जिनका अमेरिकी सरकार और अन्य वैश्विक संस्थाओं से आर्थिक संबंध है. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के लिए जॉर्ज सोरोस से पैसे लिए? दुबे के इस बयान के बाद सदन में जोरदार हंगामा हुआ और कांग्रेस सांसद वेल में आ गए. कांग्रेस ने इन आरोपों को निराधार बताया.साथ ही दुबे और पात्रा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के नोटिस की स्थिति जानने की मांग की.
इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा राहुल गांधी को 'देशद्रोही' कहे जाने के बारे में प्रतिक्रिया दी. प्रियंका ने कहा कि जो लोग जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को देशद्रोही कह सकते हैं उन्हें राहुल गांधी को देशद्रोही कहने में कोई गुरेज नहीं है. इसमें कुछ भी नया नहीं है. मुझे अपने भाई पर गर्व है और उनके लिए इस देश से बढ़कर कुछ नहीं है. प्रियंका गांधी ने स्पष्ट रूप से यह कहा कि भाजपा नेताओं के ऐसे आरोपों का उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और उनका अपने भाई राहुल गांधी पर पूरा विश्वास है.